छात्रों को पढ़ाने आया शिक्षक स्कूल से बाहर निकाला, पढ़ें क्या है मामला

Friday, May 26, 2017 - 08:27 PM (IST)

बिलासपुर: जुखाला स्कूल में तैनात पर्यटक विषय के शिक्षक को शुक्रवार को क्षेत्रवासियों ने स्कूल से बाहर निकाल दिया और प्रधानाचार्य को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि यह शिक्षक दूसरी बार स्कूल में आया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे जिसके लिए प्रधानाचार्य जिम्मेदार होगा। बता दें कि डियारा सैक्टर निवासी यह शिक्षक नैशनल यूथ अवार्ड से भी सम्मानित हो चुका है तथा कई सामाजिक संगठनों का पदाधिकारी भी रहा है। इस शिक्षक पर कांगड़ा जिला की एक महिला ने कथित दुराचार का आरोप लगाकर पुलिस में मामला दर्ज करवाया है, जिसके बाद इस आरोपी के डियारा स्थित घर पर कांगड़ा जिला की पुलिस ने गत रविवार व सोमवार को दबिश भी दी थी लेकिन उक्त आरोपी वहां से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। इसके बाद आरोपी ने उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत ले ली। 

स्कूल में ऐसा शिक्षक हरगिज मंजूर नहीं
जमानत लेने के बाद यह आरोपी शुक्रवार को जुखाला स्कूल पहुंच गया और बच्चों को पढ़ाने लग गया परंतु जैसे ही लोगों को इस बारे में पता चला तो क्षेत्र के लोग स्कूल में एकत्रित हो गए और वहां पर उन्होंने जमकर हंगामा किया। लोगों ने एस.एम.सी. के माध्यम से प्रधानाचार्य को ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने साफ  शब्दों में कहा कि उन्हें इस स्कूल में ऐसा शिक्षक हरगिज मंजूर नहीं है। वे अपने बच्चों को ऐसे आरोपी शिक्षक के पास कभी नहीं पढ़ाएंगे और ऐसा अध्यापक स्कूल में भी नहीं चाहिए। इस शिक्षक को तुरंत स्कूल से बाहर किया जाए तथा भविष्य में भी यह शिक्षक इस स्कूल में न आए। यदि यह आरोपी शिक्षक भविष्य में स्कूल आता है तो इसे कतई बख्शा नहीं जाएगा जिसके लिए प्रधानाचार्य जिम्मेदार होंगे। एस.एम.सी. की तरफ  से दिए गए ज्ञापन को प्रधानाचार्य के माध्यम से प्रदेश शिक्षा सचिव, शिक्षा निदेशक, मुख्यमंत्री, राज्यपाल तथा पुलिस अधीक्षक बिलासपुर को प्रेषित किया गया है। 

प्रधानाचार्य ने स्कूल से बाहर किया आरोपी शिक्षक
शुक्रवार को विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संजीव कुमार, सदस्य जीत राम, सेव माऊंट संस्था के अध्यक्ष पवन ठाकुर, महासचिव संजय कटवाल, बी.डी.सी. सदस्य रूप लाल भट्टी, जुखाला पंचायत उपप्रधान जगदीश ठाकुर, कोटला पंचायत उपप्रधान सुमन ठाकुर सहित अन्य लोगों ने एकमत के साथ स्कूल के प्रधानाचार्य को तुरंत आरोपी शिक्षक को स्कूल से बाहर करने व स्कूल आने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। स्कूल के प्रधानाचार्य सुरेश धीमान ने इन सभी मांगों को मानते हुए आरोपी शिक्षक को स्कूल से तुरंत बाहर कर उसके स्कूल आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया।