चाय की दुकानों में परोसी जा रही ''लालपरी''

Tuesday, May 23, 2017 - 03:40 PM (IST)

कुल्लू: कुल्लू में शाम ढलते ही काले सोने के कारोबार के लिए बदनाम कुल्लू के ढाबे मयखानों में तबदील हो रहे हैं। चाय की दुकानों में भी शाम के समय 'लालपरी' परोसी जा रही है। अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोग पुलिस को चकमा देने के लिए तरह-तरह के तरीके भी अपना रहे हैं। ढाबे में टेबल पर रखे कच्ची शराब के जग से किसी को शक भी नहीं हो रहा है। =-=-=कई बार तो पुलिस भी गश्त के दौरान ढाबे में पहुंचे तो कच्ची शराब के जग को पानी का जग समझकर कार्रवाई नहीं करती। पुलिस को चकमा देने के लिए अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोग ऐसा कर रहे हैं। कुल्लू के एस.पी. ने जिला के सभी थाना चौकियों को अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों के इस नए पैंतरे से अवगत करवाते हुए शिकंजा कसने के निर्देश जारी कर दिए हैं।


अवैध कच्ची शराब का कारोबार फल-फूल रहा
कुल्लू के विभिन्न इलाकों में अवैध कच्ची शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। पुलिस भी सूचना पर गोरखधंधे से जुड़े लोगों पर शिकंजा कस रही है। हैरानी की बात तो यह है कि कई बार करियाना की दुकान तो कई चायनीज डिश की दुकान से अवैध शराब की खेप पकड़ी जा रही है। पुलिस की फाइलों पर निगाहें दौड़ाएं तो हर तीसरे दिन शराब की खेप तो पकड़ी जा रही है। बीते रोज भी पुलिस ने पार्वती घाटी के चौकी इलाके में एक करियाने की दुकान में शराब की 8 बोतलें बरामद की हैं। कुल्लू, भुंतर, बजौरा, पतलीकूहल व मनाली सहित विभिन्न इलाकों में ऐसे कई ढाबे हैं जो शाम ढलते ही मयखाने बन जाते हैं। अब पुलिस ने इन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है।  


पैग बनाकर बेची जा रही कच्ची शराब
इन ढाबों में पैग के हिसाब से अवैध कच्ची शराब बेची जा रही है। कई लोग ढाबे या दुकान में जाकर शराब का पैग गटकर निकल जाते हैं। दिन-दिहाड़े यहां अवैध कच्ची शराब की बिक्री हो रही है।


पानी की तरह दिखने का फायदा
अवैध कच्ची शराब पानी की तरह दिखती है और इसी का फायदा उठाकर शराब माफिया पुलिस को भी चकमा दे रहा है। इसे जग में भरकर ढाबे में बैठकर कोई इसे पी भी रहा होगा तो शक भी नहीं होगा। जब इसकी गंध को सूंघा जाए या इसके स्वाद को चखा जाए तो ही पता चल पाता है कि यह कच्ची शराब है।