चम्बा में 20 फीसदी घटे TB के मरीज, मिलेगा 2 लाख रुपए ईनाम

punjabkesari.in Sunday, Mar 27, 2022 - 10:40 PM (IST)

चम्बा (काकू चौहान): जिला चम्बा में टीबी के मरीज कम हो रहे हैं। पिछले 7 वर्षों में करीब 20 फीसदी कमी आई है। घर-घर सर्वे के दौरान इसका खुलासा हुआ है। यह जिलावासियों के लिए राहत की बात है। टीबी मुक्त चम्बा अभियान में बेहतर कार्य के लिए अब चम्बा को 2 लाख रुपए का ईनाम मिलेगा। टीबी मुक्त हिमाचल अभियान के तहत जिले में टीबी मरीजों का सर्वे किया गया। करीब एक माह तक चले सर्वे के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 10000 लोगों की स्क्रीनिंग की। इस दौरान टीबी लक्षण वाले 100 से अधिक लोगों के बलगम के सैंपल जांचे गए और मात्र 2 लोग ही पॉजिटिव पाए गए। हालांकि 2 फॉलोअप सैंपल भी पॉजिटिव निकले थे लेकिन उन मरीजों का पहले से ही टीबी का इलाज चल रहा है। नए सिर्फ 2 ही मामले सामने आए हैं।

सरकार ने किया था हिमाचल को टीबी मुक्त के लिए नामांकित

प्रदेश सरकार ने हिमाचल को टीबी मुक्त के लिए नामांकित किया था। इसके तहत वर्ष 2015 के बाद टीबी के रोगियों का रिकाॅर्ड खंगाला गया। इस अवधि में जिले में टीबी मरीजों में कितनी कमी आई है या कितने मरीज बढ़े, इसके लिए यह सर्वे किया गया। सर्वे के बाद पूरा ब्यौरा एकत्रित कर सरकार को भेजा गया। सर्वेक्षण के बाद टीबी उन्मूलन में बेहतर कार्य करने वाले जिलों की सूची में चम्बा का नाम भी जुड़ गया है। देश भर में 56 जिलों को ब्रांज मैडल के लिए चयनित किया गया है। इनमें चम्बा जिला भी शामिल है। अब चम्बा को 2 लाख रुपए ईनाम भी मिलेगा। जिला क्षयरोग अधिकारी डाॅ. हरित पुरी ने बताया कि टीबी में बेहतर कार्य के लिए चम्बा को ब्रांज मैडल मिला है। इसके तहत जिले को 2 लाख रुपए ईनाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिला चम्बा में करीब 20 फीसदी टीबी मरीज कम हुए हैं।

पिछले 2 सालों में इतने मरीजों की हुई थी पहचान

जिला चम्बा में 2021 में 1,295 टीबी मरीजों की पहचान हुई थी। इनमें से 41 मरीजों की मौत हो गई। मौजूदा समय में 526 मरीज उपचाराधीन हैं, जबकि अन्य मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। इससे पहले 2020 में पूरे जिले में टीबी के 1,221 मामले सामने आए थे। इनमें से 60 मरीजों की मौत हो गई थी। टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो ट्यूबरक्यूलोसिस बैक्टीरिया के कारण होती है। इस बीमारी का सबसे अधिक प्रभाव फेफड़ों पर होता है। फेफड़ों के अलावा ब्रेन, यूटरस, मुंह, लिवर, किडनी व गले आदि में भी टीबी हो सकती है।

2015 में 215 मरीज, अब सिर्फ 44

2015 में जिला चम्बा में प्रति लाख मरीजों में से 215 लोग टीबी ग्रसित पाए गए थे। अब यह आंकड़ा कम होकर 44 पहुंच गया है। प्रदेश सरकार ने 2025 तक हिमाचल को टीबी मुक्त करने का निर्णय लिया है। इसके लिए टीबी मुक्त हिमाचल अभियान चलाया गया है। जिला चम्बा इस दिशा में आगे बढ़ रहा है।

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Content Writer

Vijay

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