TB मुक्त हिमाचल अभियान : 16 से 30 नवंबर तक चलाया जाएगा पखवाड़ा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2019 - 10:16 AM (IST)
धर्मशाला (पूजा): क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला में टी.बी. मुक्त हिमाचल अभियान (एक्टिव केस फाइंडिंग राऊंड -2) की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुरदर्शन गुप्ता की अध्यक्षता में किया गया। जिला स्तरीय कार्यशाला के दौरान धर्मपुर सहित जिला के निजी व सरकारी अस्पतालों से चिकित्सक मौजूद रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि 16 से 30 नवंबर तक टी.बी. मुक्त हिमाचल अभियान पखवाड़ा चलाया जाएगा। अभियान के तहत जिला के लगभग डेढ़ लाख जोखिम पूर्ण आबादी को चिन्हित करके घर-द्वार स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व आशा वर्कर की टीमें मरीजों की पहचान व इलाज का विशेष अभियान चलाएंगी।
इसके अतिरिक्त जिला अस्पताल मैडीकल कॉलेज, सिविल अस्पताल, पपरोला आयुर्वैदिक कालेज में आने वाले सभी खांसी के मरीजों की विशेष जांच की सुविधा दी जाएगी। जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. आर.के. सूद ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर प्रधान, उपप्रधान, सचिव व वार्ड सदस्यों को स्वास्थ्य विभाग की टीमें उक्त अभियान के बारे में उन्हें अवगत करवाएंगी। इस मौके पर जिला आयुर्वैदिक अधिकारी धर्मशाला डा. बरवाल, नोडल अधिकारी ए.आर.टी. केंद्र टांडा डा. जी.डी. शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. गुरमीत कटोच, डा. राहुल गुप्ता, आयुर्वैदिक अस्पताल पपरोला के नोडल अधिकारी, डा. वीरेंद्र कौल व सभी खंडों से खंड चिकित्सा अधिकारी तथा नागरिक चिकित्सालय कांगड़ा, देहरा, बैजनाथ, नूरपुर, क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के कर्मचारी उपस्थित रहे।
प्राइवेट चिकित्सकों की भागीदारी भी होगी सुनिश्चित
सी.एम.ओ. डा. गुरदर्शन गुप्ता ने जिला के समस्त निजी चिकित्सकों को निर्देश जारी किए हैं कि वे भी टी.बी. मुक्त हिमाचल अभियान में अपनी भागेदारी सुनिश्चित करें।
छुट्टी वाले दिन खुले रहेंगे बलगम जांच केंद्र
टी.बी. मुक्त हिमाचल अभियान पखवाड़ा छुट्टी वाले दिन भी जारी रहेगा व बलगम जांच केंद्र खुले रहेंगे। जिला में सी.बी. नेट मशीनें अतिरिक्त शिफ्टों में चलाई जाएंगी। जिन लोगों के बलगम के नमूने पॉजीटिव पाए जाएंगे उनका शीघ्र ही इलाज शुरू कर दिया जाएगा। इस कार्य के लिए जिला के सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सुपरवाइजरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही जिला में जिन व्यक्तियों को 2 सप्ताह से अधिक खांसी, 2 सप्ताह से अधिक बुखार, वजन कम होना, बलगम में खून आना, गांठों में सूजन की समस्या हो उनके बलगम के नमूने घर-द्वार जाकर एकत्रित करके बलगम की नि:शुल्क जांच अत्याधुनिक उपकरणों से की जाएगी।
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