लाहौल-स्पीति के टशी नमज्ञाल को दिल्ली में राष्ट्रपति के हाथों मिला ये सम्मान, पढ़ें खबर

Wednesday, Jan 23, 2019 - 10:42 PM (IST)

केलांग: जिला लाहौल-स्पीति के मोरंग निवासी टशी नमज्ञाल को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बुधवार को दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार से सम्मानित किया। टशी नमज्ञाल बौद्ध धर्म के विद्वान हैं और उन्होंने तिब्बतियन संस्थान बुद्धिस्ट डायलैक्टिक्स धर्मशाला से उच्च डिग्री हासिल की है। टशी नमज्ञाल को स्पीति के रंगरिक में मुंसेललिंग नामक पहला अंग्रेजी मीडियम प्राइवेट स्कूल खोलने का श्रेय प्राप्त है।

स्पीति में खोले हैं 3 अंग्रेजी प्राइवेट स्कूल

टशी नमज्ञाल रिंचेन्न जंगपो सोसायटी के संस्थापक सदस्य हैं और इसी संस्था के अधीन उन्होंने आज स्पीति में 3 अंग्रेजी प्राइवेट स्कूल खोले हैं और धर्मशाला के रक्कड़ में एक छात्रावास चलाते हैं। रिंचेन्न जंगपो द्वारा संचालित रंगरिक में मुंसेललिंगएरेवा स्कूल रोंगटोंग और काजा में काजा पब्लिक स्कूल में आज लाहौल, किन्नौर तथा स्पीति के 500 गरीब, अनाथ व असहाय बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ परंपरागत शिक्षा शास्त्र की पढ़ाई व सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

कबायली बच्चों के करियर के लिए संघर्षरत हैं टशी नमज्ञाल

मजलूमों के प्रति शिक्षा को समर्पित टशी नमज्ञाल ने कबायली बच्चों के लिए करियर की अपार संभावनाएं खोली हंै और आज इन शिक्षण संस्थानों ने समाज को कई डॉक्टर और इंजीनियर दिए हैं। मुंसेललिंग को शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त है। टशी नमज्ञाल का कहना है कि वह पिछले 2 दशकों से कबायली गरीब बच्चों को शिक्षा की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए संघर्षरत हैं। आज उनके अथक प्रयास और समाज के गरीब बच्चों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का नतीजा है कि उन्हें भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार दिया गया।

Vijay