तीसरे दिन टूटा गतिरोध, सुचारू चला सदन

Wednesday, Dec 11, 2019 - 09:22 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला), (जिनेश): विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पिछले 2 दिनों से सत्ता पक्ष व विपक्ष में चल रहा गतिरोध तीसरे दिन समाप्त हो गया। नियम 130 के तहत स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा के लिए सदन की कार्यवाही करीब डेढ़ घंटा अधिक शाम साढ़े 6 बजे तक चली। लगातार 2 दिन तक वाकआऊट करने के बाद विपक्ष ने बुधवार को शाम तक सदन की कार्यवाही में भाग लिया। सुबह 11 बजे शुरू हुए प्रश्नकाल सहित नियम 62 और नियम 130 के तहत चर्चा सुचारू ढंग से हुई। दरअसल मंगलवार को सत्र के दूसरे दिन विपक्ष द्वारा वाकआऊट करने के बाद विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव खत्म करने की दिशा में पहल की थी और भोजनावकाश के दौरान डाइङ्क्षनग हाल में मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष ने एक साथ लंच भी किया था। इसके बाद तीसरे दिन गतिरोध समाप्त होने के अनुमान लगाया जा रहा था।

सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने का हवाला देते हुए हो-हल्ला नहीं मचाया

बुधवार को हुआ भी ऐसा ही। सदन की कार्यवाही का आरंभ सत्ता पक्ष व विपक्ष के सदस्यों के बीच हंसी-मजाक से हुआ। वहीं दोपहर के भोजनावकाश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पुन: पक्ष-विपक्ष के विधायकों के साथ लंच करने के लिए डाइनिंग हाल पहुंच गए। हालांकि भोजनावकाश के बाद नियम-130 के तहत स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में चर्चाओं के दौरान माहौल हल्का गर्म भी हुआ। अनुमान लगाया जा रहा था कि विपक्ष नियम-130 में मांगी चर्चा के दौरान प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर फूटे पत्र बम को हथियार बनाकर माहौल गर्म करेगा, लेकिन इसके विपरीत विपक्ष ने चर्चा के दौरान तंज कसते हुए पत्र बम का जिक्र तो किया लेकिन सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने का हवाला देते हुए हो-हल्ला नहीं मचाया।

राजनीति कर माहौल को गर्माया न जाए

चर्चा में शामिल हुए विपक्ष के सदस्यों ने हालांकि बीच-बीच में पत्र बम का जिक्र करते हुए चुटकियां भी लीं। चर्चा के अंत में स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार प्रदेश में चिकित्सकों के रिक्त पदों के मामले पर उत्तर दे रहे थे तो उन्होंने भेड़ी स्वास्थ्य संस्थान का भवन निर्माण करने के बावजूद चिकित्सक के पद सृजित न करने का जिक्र किया। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि हम राजनीति करने पर आए तो यहां पर बड़े सवाल उठेंगे। इसमें उन्होंने इशारों ही इशारों में पत्र बम का जिक्र करते हुए कहा कि विपक्ष सौहार्दपूर्ण रूप से सदन की कार्यवाही में शामिल है और अब राजनीति कर माहौल को गर्माया न जाए। इसके चलते विधानसभा अध्यक्ष को बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा।

Kuldeep