स्कूलों में छेड़छाड़ के दोषी टीचर होंगे सीधे बर्खास्त : भारद्वाज

Wednesday, Dec 11, 2019 - 11:05 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला), (सौरभ): हिमाचल के स्कूलों में शिक्षकों द्वारा बच्चों से छेड़छाड़ के मामलों में सरकार सख्त हो गई है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बुधवार को सदन में कहा कि छेड़छाड़ के मामलों में दोषी शिक्षकों को सरकार सीधे नौकरी से बर्खास्त करेगी। ऐसे मामलों में बर्खास्तगी की कार्रवाई के लिए संविधान के आॢटकल 3(11) का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार इसके लिए शिक्षकों के भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में संशोधन करेगी। शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रश्नकाल समाप्त होने के तुरंत बाद स्कूलों में बच्चियों से छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं का मसला उठाया। अग्निहोत्री ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र हरोली के एक स्कूल में शास्त्री अध्यापक द्वारा 13 बच्चियों से छेड़छाड़ की घटना सामने आई है। ऐसा ही मामला कुछ अरसा पहलेचंबा के स्कूल में भी सामने आया था। वहीं मंडी जिला में मुख्यमंत्री के विधानसभा हलके के एक स्कूल में बच्चों से जातीय भेदभाव का मामला सामने आया है। नेता विपक्ष बोले-प्रदेश के स्कूलों में ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।

अवार्ड हासिल करने वाले कई शिक्षक भी ऐसी घटनाओं में लिप्त हैं

 छेड़छाड़ व जातीय भेदभाव के दोषी शिक्षकों को सस्पैंड नहीं बल्कि बर्खास्त किया जाए। नेता प्रतिपक्ष द्वारा उठाए मामले के जवाब में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि हरोली के स्कूल में सामने आई घटना के आरोपी शिक्षक को तुरंत सस्पैंड कर उसका हैडक्वार्टर ऊना जिले के बाहर फिक्स किया गया है। सराज हलके के स्कूल में जातीय भेदभाव के मामले में भी आरोपी शिक्षिका को सस्पैंड कर शिक्षा उपनिदेशक मंडी को जांच सौंपी गई है। यह ङ्क्षचता का विषय है कि अवार्ड हासिल करने वाले कई शिक्षक भी ऐसी घटनाओं में लिप्त हैं। सरकार स्कूलों में ऐसी घटनाओं को सहन नहीं करेगी। भारद्वाज ने सदन के सदस्यों से भी आग्रह किया कि दागी शिक्षकों की सिफारिश ना करें। उन्होंने कहा कि चम्बा के स्कूल में सामने आए मामले में भी एफ.आई.आर. दर्ज कर जांच की जा रही है। सरकार ऐसी घटनाएं रोकने के लिए गंभीरता से काम करेगी।

रियायत की कोई गुंजाइश ही नहीं : जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हरोली स्कूल में बच्चियों से छेड़छाड़ के मामलों में एफ.आई.आर. दर्ज कर आरोपी शिक्षक को सस्पैंड कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई होगी। सरकार ऐसे मामलों में गंभीरता से कार्रवाई कर रही है। ऐसे शिक्षकों को रियायत देने का कतई सवाल ही नहीं है। जयराम बोले-मैंने अपनेविधानसभा क्षेत्र सिराज के एक स्कूल में बच्चों से जातीय भेदभाव के मामले में भी डिप्टी डायरैक्टर से रिपोर्ट मांगी है। ऐसे मामलों में निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।

राजनीतिक प्रभाव ना माने सरकार : अग्रिहोत्री

नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि स्कूलों में बच्चों से छेड़छाड़ की घटनाओं में सरकार तुरंत कार्रवाई करे। ऐसे मामलों में राजनीतिक प्रभाव ना माना जाए। छेड़छाड़ के दोषियों को जमानत देने का भी सरकार विरोध करे। ऐसे मामलों में नीतिगत निर्णय लिया जाए। उन्होंने कहा कि लोग अपने बच्चों को बड़े विश्वास से स्कूलों में पढऩे भेजते हैं। सरकार इन घटनाओं को अंजाम देने वाले शिक्षकों को सीधे बर्खास्त करे अन्यथा लोगों का शिक्षा के मंदिरों पर से विश्वास उठ जाएगा।

 

Kuldeep