मछुआरों को जल्द देंगे लाइफ जैकेट : कंवर

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 10:34 PM (IST)

तपोवन (धर्मशाला), (सौरभ): प्रदेश के जलाशयों में मछली पकडऩे वाले मछुआरों को सरकार जल्द ही लाइफ जैकेट देगी। पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सदन में नियम 62 के तहत देहरा के विधायक होशियार सिंह द्वारा लाए गए प्रस्ताव पर अपने जवाब में कहा किविभाग ने इसके लिए टैंडर कॉल कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि बीते 5 साल में सूबे के जलाशयों में डूबने से 22 मछुआरों की मौत हुई है। मंत्री ने कहा कि सरकार के लिए हर जीवन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 5300 मछुआरे पंजीकृत हैं। मछुआरों की सुविधा के लिए सरकार उन्हें किश्ती, टैंट, जाल व बरसाती भी देगी। सामान्य वर्ग के मछुआरों को इसमें 40 फीसदी और आरक्षित वर्ग के मछुआरों को 60 फीसदी अनुदान दिया जाता है। विभाग ने इसके लिए 11 करोड़ रुपए का प्रोजैक्ट भी तैयार किया है। इस प्रोजैक्ट को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है। कंवर ने विधायक होशियार सिंह द्वारा मछुआरों को लाइसैंस देने के लिए तैरना आने की शर्त लागू करने के सुझाव पर कहा कि विभाग इस सुझाव पर विचार करेगा। साथ ही मछुआरों को ट्यूब प्रदान करने पर भी विचार किया जाएगा।

मछुआरे की मौत पर आश्रित को 4 लाख और घायल को 10 हजार रुपए की मदद दी जाती

सरकार ने मछुआरों के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना भी लागू की है। इसका प्रीमियम केंद्र व राज्य सरकार मिलकर अदा करती हैं। इस योजना में प्राकृतिक आपदा में मछुआरे की मौत होने पर आश्रित को 4 लाख रुपए और घायल को 10 हजार रुपए की मदद दी जाती है। वहीं, अन्य मामलों में मछुआरे की मौत होने पर आश्रित को 2 लाख रुपए और विकलांगता की स्थिति में एक लाख रुपए की आर्थिक मदद का प्रावधान है। इससे पहले विधायक होशियार सिंह ने नियम 62 के तहत प्रस्ताव में कहा कि पौंग, भाखड़ा और पंडोह डैम में मछुआरों के डूबने के कई मामले सामने आए हैं। यहां कोई सेफ्टी रूल्स नहीं अपनाए जाते व ना ही चैकिंग होती है। मछुआरों को कोई भी सुरक्षा उपकरण नहीं दिए जाते। पौंग बांध के किनारे कोई रैस्क्यू बोट तक नहीं लगाई गई है।


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Kuldeep

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