26 छात्रों के भविष्य पर लटकी तलवार, जाने क्यों?

Friday, Mar 03, 2017 - 04:11 PM (IST)

कुल्लू : हिमाचल प्रदेश में लगघाटी के तहत आने वाले डी फलाण स्कूल में अध्यापकों का टोटा है। इस कारण अभिभावक भी चिंतित हो उठे हैं। मौजूदा समय में राजकीय प्राथमिक पाठशाला डी फलाण में कोई भी अध्यापक नहीं है, वहीं एस.एम.सी. के अध्यक्ष माडू राम ने बताया कि इससे पहले स्कूल एक अध्यापक के सहारे चल रहा था लेकिन अध्यापक की प्रमोशन होने के कारण अब स्कूल खाली हो गया है। अध्यापकों की कमी के कारण स्कूल में 26 छात्रों की पढ़ाई पूरी तरह से ठप्प हो गई है। छात्रों के अभिभावक कम पढ़े-लिखे होने के कारण अपने बच्चों को नहीं पढ़ा सकते। इस संदर्भ में एस.एम.सी. की पूरी कमेटी ने शिक्षा उपनिदेशक को एक पत्र भी सौंपा है।

स्कूल में कोई अध्यापक नहीं
अभिभावकों साहब राम, केश्व राम, इंद्र चंद, चमन लाल, धर्म चंद, दीन दयाल, खूब राम, दुर्गा सिंह, भगत राम, सुरेंद्र, शीला देवी व मनी राम का कहना है कि बच्चों की परीक्षा सिर पर है लेकिन स्कूल में कोई अध्यापक नहीं है। हैरत की बात यह है कि पिछले कई दिनों से जे.बी.टी. के 2 रिक्त पद खाली चल रहे हैं और कई अध्यापक यहां आने को तैयार नहीं हैं। इन पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग फिसड्डी साबित हुआ है। विभाग के अधिकारियों को छात्रों के भविष्य के बारे में कोई  चिंता नहीं है। पंचायत ने भी कई बार इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर शिक्षा विभाग सहित स्थानीय विधायक को समस्या से अवगत करवाया है। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल में उनके बच्चों के साथ शिक्षा के प्रति उपहास हो रहा है। उनका मानना है कि सरकारी स्कूलों में उम्दा पढ़ाई न होने के कारण बच्चे निजी स्कूलों की ओर रुख करने लगे हैं। अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा नजदीक है लेकिन स्कूल में अध्यापक एक भी नहीं है। विभाग के अधिकारियों को बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं है जिस कारण बच्चों का निजी स्कूलों में दाखिला करवाना आवश्यक है।