ऊना-बिलासपुर को जोड़ने वाले झूला पुल को मिला नया जीवन (Video)

Sunday, Apr 14, 2019 - 02:00 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): ऊना-बिलासपुर के गांव को जोड़ने वाले झूला पुल के जीर्णोद्धार के साथ ही हजारों लोगों को बड़ी राहत मिली है। 1160 फुट लम्बे ऊना के हंडोला तथा बिलासपुर के नैहला गांव को जोडऩे वाला पुल शनिवार को आवाजाही के लिए कुछ दिन पहले ही खोला गया था। इस पुल के जीर्णोद्वार पर करीब 70 लाख रुपए की राशि खर्च हुई है। लम्बे समय से इस पुल के जीर्णोद्वार की मांग ऊना और बिलासपुर के लोगों द्वारा की जा रही थी। दोनों तरफ के गांवों के असंख्य लोगों के लिए आवाजाही का यह एकमात्र सस्पैंशन पुल ही था। कुछ वर्ष पहले इस पुल पर तार टूटने की वजह से हादसा भी हुआ था। बैसाखी के दौरान ब्रह्मोती में लगने वाले मेले में शामिल होने जब लोग पहुंचे तो जर्जर पुल की एक वायर टूट गई और उससे लोग दरिया में जा गिरे। उसके बाद से ही इस सस्पैंशन पुल को आवाजाही के लिए बंद किया गया था तथा बी.बी.एम.बी. ने चेतावनी बोर्ड लगाकर इस पर आवाजाही की मनाही कर दी थी। 

1160 फुट लम्बे इस सस्पैंशन पुल को भाखड़ा बांध के निर्माण के दौरान बनाया गया था। तब इसके जरिए दरिया के उधर मैटीरियल पहुंचाने में इसका प्रयोग किया गया था। वर्षों से मुरम्मत न होने की वजह से इसकी वायर खराब हो गई थी और फट्टे टूट चुके थे। दरअसल सतलुज दरिया के आरपार बसे गांवों के असंख्य लोगों और स्कूली बच्चों को यही पुल एकमात्र आवाजाही का साधन था। बच्चे जान जोखिम में डालकर नैहला स्कूल में पहुंचते थे। 2 जिलों के कई गांवों को जोडऩे वाले इस पुल में अब पूरी तरह से सुरक्षित जाली लगाई गई है। यहां तक कि जो खुले होल थे, उन्हें भी अब बंद कर दिया गया है। इससे सस्पैंशन पुल पर अब कोई भी जोखिम नहीं रहा है।

पिछली 9 मार्च को बी.बी.एम.बी. के चेयरमेन डी.के. शर्मा तथा सांसद अनुराग ठाकुर ने इस पुल को मुरम्मत के बाद विधिवत रूप से आवाजाही के लिए खोला था। ऊना और बिलासपुर जिला के लोगों ने इस पुल के पुर्ननिर्मित करने की मांग उठाई थी। कैबिनेट मंत्री वीरेन्द्र कंवर, भाजपाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती तथा नयना देवी के पूर्व विधायक रणधीर शर्मा ने मामला सांसद अनुराग ठाकुर के साथ उठाया था जिसके बाद सभी नेताओं ने बी.बी.एम.बी. चेयरमैन को वस्तुस्थिति से अवगत करवाते हुए इस पुल को पुर्ननिर्मित करने के लिए 70 लाख रुपए की राशि जारी करवाई थी। चंगर हंडोला के पंचायत चौकीदार देवराज, चंगर हंडोला के विक्रमजीत सहित आसपास के गांवों के अनेक लोगों ने कहा कि इस पुल के निर्माण की वजह से उन्हें बेहद आसानी हुई है। अब इधर से उधर जाना बेहद सुगम हो गया है। इससे पहले यहां हादसा भी हुआ था। पुल बेहद क्षतिग्रस्त था। सांसद ने इस जर्जर पुल के पुर्ननिर्माण में भूमिका निभाई है।

Ekta