भारी बरसात में स्वां नदी मचा सकती है तबाही, जानिए वजह

Wednesday, Jul 24, 2019 - 12:47 PM (IST)

टाहलीवाल (गौतम): हरोली क्षेत्र के अंतर्गत बाथू व बेला बाथड़ी से सटे स्वां चैनेलाइजेशन की हालत दिन-प्रतिदिन बद से बदतर होती जा रही है। इस कारण भारी बरसात में स्वां नदी तबाही मचा सकती है। प्रतिदिन रेत माफिया के वाहन इस बांध के आर-पार आते जाते रहते हैं। वाहनों की आवाजाही के कारण बाथड़ी से लेकर संतोषगढ़ के बड़े पुल तक चैनेलाइजेशन बांध का मजबूत जाल कई स्थानों से उखड़ चुका है। जाल को अधिकतर नुक्सान उन स्थानों पर पहुंचा है जहां से प्रतिदिन वाहन स्वां नदी से रेत लोड करके निकलते हैं। रेत के सौदागरों द्वारा बनाए गए अस्थायी मार्ग लोडिड वाहनों की आवाजाही से दिन प्रतिदिन गहरे हो रहे हैं। स्वां चैनेलाइजेशन की बदतर हालत के कारण भविष्य में एक बड़ा खतरा मंडराने लगा है जिसकी समय रहते सुध नहीं ली गई तो भारी बरसात एक बड़ी तबाही का कारण भी बन सकती है।  

चैनेलाइजेशन बांध के ऊपर पड़े गड्ढे

बाथू-बाथड़ी से लेकर संतोषगढ़ के बड़े पुल तक चैनेलाइजेशन बांध पर आधा दर्जन के करीब अस्थायी मार्ग स्वां नदी में जाने के लिए बनाए गए हैं। रोजाना इन अस्थायी मार्गों से सैंकड़ों वाहन रेत लोड करके निकलते हैं। इस कारण चैनेलाइजेशन बांध की सुरक्षा का घेरा कमजोर हो रहा है। चैनेलाइजेशन बांध के ऊपर भी बड़े-बड़े गड्ढे पड़ चुके हैं। बाथू से सटी स्वां नदी के किनारे जाल को नुक्सान पहुंचने से उसकी सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा है जो कभी भी तेज बारिश में बढ़ सकता है। हालांकि रेत के सौदागरों ने खतरे को भांपते हुए इस ओर खनन गतिविधियों को बंद कर दिया है लेकिन संबंधित विभाग ने अभी तक इसकी कोई सुध नहीं ली है। 

Ekta