सरप्लस उत्पादन करने वाला हिमाचल खरीद रहा बिजली

Wednesday, Jun 27, 2018 - 11:39 AM (IST)

शिमला (हेटा): अमूमन गर्मियों में सरप्लस बिजली की पैदावार करने वाले हिमाचल में इस बार जून महीने में भी विद्युत उत्पादन पटरी पर नहीं लौट पाया। प्रदेश की अपनी जरूरतों और बैंकिंग आधार पर बिजली देने के लिए 125 लाख यूनिट रोजाना की कमी चल रही है। बीते सालों के दौरान जून माह में प्रदेश के ज्यादातर प्रोजैक्ट में सरप्लस विद्युत उत्पादन शुरू हो जाता था लेकिन इस साल 70 से 80 फीसदी ही बिजली पैदा हो रही है। इस वजह से हिमाचल को करोड़ों की चपत लग रही है। प्रदेश में इन दिनों 300 लाख यूनिट बिजली की रोजाना मांग बताई जा रही है लेकिन राज्य को हर रोज 70 से 75 लाख लाख यूनिट बिजली रोजाना सैंटर सैक्टर या फिर बैंकिंग आधार पर एक्सचैंज से लेनी पड़ रही है। 


छोटे एवं बड़े सभी पावर प्रोजैक्ट में विद्युत उत्पादन पर असर पड़ा है। सर्दियों में अच्छी बारिश व बर्फबारी न होने के कारण ज्यादातर नदी-नाले सूखे पड़े हैं। इन नदी-नालों में जो बिजली पैदा हो रही है, उससे राज्य की अपनी ही जरूरतें पूरी हो पा रही हैं। 234 लाख यूनिट तक बिजली रोजाना बैंकिंग आधार पर बाहरी राज्यों को देनी पड़ रही रही है ताकि सर्दियों में पड़ोसी राज्यों से बिजली वापस ली जा सके। आमतौर पर मई से अक्तूबर माह तक हिमाचल सरप्लस बिजली पैदा करता था। इस साल पड़ोसी राज्य बिजली के दाम भी बहुत अच्छे दे रहे हैं लेकिन प्रदेश के पास बेचने के लिए बिजली नहीं है। 

Ekta