पांगी में धन आपूर्ति को एक ATM का सहारा, कहां जाए उपभोक्ता बेचारा

Sunday, Sep 09, 2018 - 12:34 PM (IST)

पांगी : चम्बा की दुर्गम पांगी घाटी में भारतीय स्टेट बैंक द्वारा जनता की सुविधा के लिए स्थापित ए.टी.एम. किलाड खानापूर्ति करता प्रतीत हो रहा है। स्थानीय लोगों सहित घाटी में विभिन्न क्षेत्रों से सरकारी व गैर-सरकारी कार्यालयों में कार्य करने वाले उपभोक्ताओं को ए.टी.एम. से धनापूर्ति के लिए दिनों नहीं, महीनों से परेशानी हो रही जबकि एस.बी.आई. बैंक प्रबंधन इस समस्या का स्थायी समाधान करने की बजाय जैनरेटर खराब होने का हवाला दे रहा है। जानकारी के अनुसार पांगी क्षेत्र की करीब 23,000 की आबादी इस एक ए.टी.एम. केंद्र के सहारे है। एस.बी.आई. प्रबंधन ने इस ए.टी.एम. केंद्र में 24 घंटे सेवा देने का बोर्ड तक लगाया है लेकिन जब उपभोक्ताओं को सुविधा देनेे की बात आती है तो सब कुछ विपरीत नजर आता है। घाटी में लगे ए.टी.एम. केंद्र किलाड़ की सेवाएं 6-6 माह तक प्रभावित रहती है।

नहीं मिला सही जवाब, सिर्फ मिलती निराशा
एस.बी.आई. के ए.टी.एम. किलाड़ से जुड़े उपभोक्ताओं में अशोक कुमार, राजेंद्र खन्ना, चंद्र कुमार, देसराज, प्रेम राज, सुरेंद्र कुमार, अनिल कुमार व कर्म सिंह सहित अन्य लोगों ने बताया कि गत कुछ महीनों से जब-जब वे घर से धनापूर्ति के लिए एस.बी.आई. के ए.टी.एम. केंद्र किलाड़ पहुंचते हैं तब-तब उन्हें धन की बजाय निराशा ही हाथ लगी है। उन्होंने कहा कि घाटी में स्थित ए.टी.एम. केंद्र खुला कम और बंद अधिक रहता है। जब इस दिशा में बैंक प्रबंधन से शिकायत की जाती है तो संतोषजनक जवाब के स्थान या समाधान के बदले बैंक उन्हें अपनी विवशता बताकर अक्सर दायित्व से पल्ला झाड़ने का कार्य कर रहा है।

इस समस्या के लिए जहां बैंक अधिकारियों की उचित जवाब तलबी की जाए, वहीं घाटी के लोगों व दुर्गम क्षेत्र को देखते हुए सरकार, जिला व स्थानीय प्रशासन पांगी घाटी में और बैंक शाखाओं के ए.टी.एम. केंद्र खोलने की व्यवस्था करें ताकि घाटी के स्थानीय लोगों सहित सरकारी व गैर-सरकारी कर्मियों को धनापूर्ति के लिए दर-दर न भटकना पड़े। 

kirti