यहां पेयजल की आपूर्ति अधूरी, फिर भी उपभोक्ताओं से वसूली पूरी

Thursday, Jan 18, 2018 - 06:03 PM (IST)

करसोग (यशपाल): सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंडल करसोग ग्रामीणों को पेयजल आपूर्ति करवाने में नाकाम साबित हो रहा है। सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंडल करसोग के अंतर्गत आते उपमंडल चुराग की तकरीबन आधा दर्जन पंचायतों के बाशिंदे पेयजल के लिए तरस रहे हैं। आलम यह है कि विभाग अपने उपभोक्ताओं को महीने में महज 8 दिन यानि हफ्ते में महज 2 दिन ही पेयजल की आपूर्ति कर रहा है लेकिन कई क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां आई.पी.एच. द्वारा स्थापित नलों में हफ्ते में 1 दिन यानि महीने में सिर्फ 4 दिन ही पेयजल आपूर्ति होती है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पेयजल के अभाव में ग्रामीणों को कितनी मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। पेयजल की आपूर्ति न कर पाने की एवज में भी विभाग पानी के बिल की पूरी राशि उपभोक्ताओं से वसूल रहा है। पूरी तरह से पेयजल के लिए आई.पी.एच. महकमे पर आश्रित रहने वाले ग्रामीणों के पास और कोई विकल्प भी मौजूद नहीं है। पेयजल की किल्लत से जूझ रहे ग्रामीण क्षेत्रों की यदि बात करें तो प्राकृतिक जल स्रोतों की संख्या यहां न के बराबर है।

पानी का इस्तेमाल खुद करें या मवेशियों को पिलाएं
पेयजल की किल्लत ने ग्रामीणों का मर्ज और भी बढ़ा दिया है। ग्रामीणों की मुसीबत यह है कि किस्तों में मिलने वाले पेयजल का इस्तेमाल रोजमर्रा के उपयोग में करें या फिर घर में बंधे मवेशियों को पिलाएं। कुछ ग्रामीण तो पेयजल का भंडारण कर जैसे तैसे अपना गुजारा कर रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे ग्रामीण भी हैं जो पेयजल भंडारण करने की क्षमता तक नहीं रखते। उनके पास पेयजल को स्टोर करने के लिए भंडारण टैंक व ड्रम नहीं हैं, ऐसे में मवेशियों को दूर के नाले में पानी पीने के लिए रोजाना ले जाना पड़ता है जिससे ग्रामीणों का समय तो नष्ट हो ही रहा है बल्कि मवेशियों को नाले तक पहुंचाने के बाद वापस घर तक लाने में उन्हे कड़ी मशकत करनी पड़ती है।

पंचायत प्रतिनिधियों ने सहायक अभियंता को सौंपा ज्ञापन
सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग चुराग के अंर्तगत आती ग्राम पंचायत मैहरन, कांडी-सपनोट, मांहूनाग, खील व सवामांहू के हजारों लोग नियमित पेयजल आपूर्ति न होने के चलते वीरवार को संबधित क्षेत्र के दर्जनों उपभोक्ताओं ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य उपमंडल चुराग के सहायक अभियंता कार्यालय का रुख किया। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधियों सहित अन्य प्रभावित लोगों ने पेयजल की समस्या से सहायक अभियंता को अवगत करवाया। प्रभावित पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर विभाग के  सहायक अभियंता को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्हे सोरता-कलाशन योजना से पेयजल आपूर्ति करने की मांग की गई है। 

पेयजल के मूल स्रोत के घटने से उपजी समस्या : एस.डी.ओ.
मामले को लेकर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य उपमंडल चुराग के सहायक अभियंता हंस राज ने माना कि उपभोक्ताओं को पेयजल की आपूर्ति नियमित नहीं है तथा उनसे पानी का पूरा बिल वसूला जाता है। उन्होने बताया कि जिस स्त्रोत से ग्रामीणों को पेयजल की आपूर्ति की जा रही है उस मूल स्रोत में पानी घट गया है जिसके चलते यह समस्या पैदा हुई है। आगामी मार्च माह तक ग्रामीणों को सोरता-कलाशन पेयजल योजना से पेयजल आपूर्ति करने के प्रयास किए जाएंगे। इस योजना पर अभी काम चल रहा है तथा योजना के पूरा होते ही प्राथमिकता के तौर पर प्रभावितों को पेयजल मुहैया करवाया जाएगा।