सैनिटाइजर घोटाला : R&I Branch के सुपरिंटैंडैंट पर गिरी गाज, सचिवालय प्रशासन ने किया Suspend

Friday, May 29, 2020 - 11:30 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): कोरोना से जारी जंग के बीच प्रदेश सचिवालय में सामने आए सैनिटाइजर घोटाले में सचिवालय प्रशासन ने आर. एंड आई. ब्रांच के एक सुपरिंटैंडैंट को सस्पैंड कर दिया है। विजीलैंस की जांच रिपोर्ट आने से पहले ही सामान्य प्रशासन विभाग ने राजीव शर्मा को सस्पैंड करने के निर्देश जारी किए हैं। इससे पहले जब यह घोटाला सामने आया था तो उक्त अधिकारी को संबंधित ब्रांच से हटाकर दूसरी शाखा में भेजा दिया गया था। सूत्रों के अनुसार अधिकारी पर सैनिटाइजर की बोतलों पर रेट को छुपाने के लिए अधीनस्थ कर्मचारियों पर स्टैंप लगाने के लिए भी दवाब बनाया लेकिन कर्मचारियों ने स्टैंप लगाने से साफ इंकार कर दिया था, ऐसे में उसने ठेकेदार को ही बोतलों में 50 की बजाय 150 रुपए की स्टैंप लगाने के काम पर लगा दिया।

अवकाश वाले दिन 2 कर्मचारियों को फोन कर घर से बुलाया

अधिकारी पर ये भी आरोप हैं कि उसने अवकाश वाले दिन 2 कर्मचारियों को फोन कर घर से बुलाया और सैनिटाइजर की पेटियों को खोलने को कहा। इसके साथ ही ठेकेदार को फोन कर स्टैंप के साथ आने को कहा। इसके लिए बाकायदा वाहन भी भेजा। सूत्रों के अनुसार अधीक्षक के दोनों ही अधीनस्थ कर्मचारियों ने प्रशासन की तरफ से जारी कारण बताओ नोटिस के जवाब में ये आरोप लगाए हैं, ऐसे में प्रशासन ने आगामी कार्रवाई अमल में लाते हुए अधिकारी को सस्पैंड कर दिया है। विजीलैंस ने भी इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच अमल में लाई जा रही है।

एफआईआर में ठेकेदार नामजद

इस मामले में विजीलैंस ने ठेकेदार व आपूर्तिकर्ता के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी का केस दर्ज किया था। आरोप हैं कि एमआरपी के लेबल को टैंपर करके महंगे दाम में सैनिटाइजर की आपूर्ति की गई। वैध लाइसैंस के बिना ही सैनिटाइजर की आपूर्ति के आरोप भी लगे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मामले के संज्ञान में आते ही विजीलैंस को जांच के निर्देश दिए थे।

Vijay