इस स्कूल में पड़ा पानी का अकाल, बूंद-बूंद के लिए तरसे बच्चे

Thursday, Jun 06, 2019 - 11:06 AM (IST)

ज्वालामुखी : गर्मी के चलते गांव मेंस्थित प्राकृतिक स्रोत भी अब सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं। आलम यह है कि नलों में पर्याप्त पानी न आने के चलते जिन प्राकृतिक स्रोत पर गांववासी निर्भर रहते थे अब उनके सूखने से लोगों की दिक्कतें और बढऩे लगी हैं। ज्वालामुखी के पास फकलोह गांव की बात करें तो यहां बनाया गया पौराणिक नौण भी सूख गया है जिस पर लगभग पूरा गांव आश्रित है। हैरत की बात यह है कि विभाग को कई बार बोलने पर भी इस नौण को भरा नहीं जा रहा है।

यही नहीं इस गांव में थोड़ी ही दूरी पर राजकीय उच्च विद्यालय फकलोह स्थित है। नौण के सूखने से यहां पर छात्रों को पानी पीने को नहीं मिल रहा है। गांववासियों ने आई.पी.एच. विभाग से इस नौण में पानी भरने की मांग की है अन्यथा आंदोलन की राह अपनाई जाएगी। इसके अलावा ज्वालामुखी शहर व वार्ड नं 1, 2, 3 व 5 में भी अभी तक पानी की सप्लाई पूर्णत: सुचारू नहीं हो पाई है।

आलम यह है कि 20 मिनट की सप्लाई में 250 लीटर पानी भी नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते लोगों में पानी के लिए भारी रोष देखने को मिल रहा है। इस बाबत आई.पी.एच. के अधिशासी अभियंता राजेश कानूनगो का कहना है कि अगर नौण की व्यवस्था विभाग के अधीन है तो इसको सुचारू किया जाएगा।

kirti