सुखविंदर सुक्खू बोले-कांग्रेस की चार्जशीट में होंगे चौंकाने वाले खुलासे

Saturday, Nov 10, 2018 - 06:54 PM (IST)

ठियोग: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार के एक साल पूरा होने पर लाई जा रही चार्जशीट में अनेक अहम खुलासे होंगे और अनेक ऐसे मामलों को पार्टी उजागर करने जा रही है, जो चौंकाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शासनकाल में भ्रष्टाचार व नशाखोरी बढ़ी है और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जा रहा है। सुक्खू ठियोग में प्रदेशव्यापी दौरे के तहत जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने भाजपा की पोल खोलते हुए कहा कि पी.एम. नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के साथ किया एक भी वायदा पूरा नहीं किया है।

बागवानों को हुआ 3000 करोड़ का नुक्सान
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर सेब का आयात शुल्क 50 फीसदी करने का वायदा किया था लेकिन क्यों साढ़े 4 साल बीतने पर भी इसे बढ़ाया नहीं गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल के किसानों-बागवानों के आयात शुल्क न बढऩे से उन्हें भारी नुक्सान उठाना पड़ा है और इस बार सेब कारोबार 4000 करोड़ से सिमट कर मात्र 1000 करोड़ रह गया है। उन्होंने कहा कि बागवानों को 3000 करोड़ का नुक्सान उठाना पड़ा है जबकि सेब का मूल्य भी इस बार बेहद कम मिला है। मोदी सरकार ने बागवानों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि ठियोग बाईपास भी अभी तक नहीं बना है और भाजपा ने ठियोग के लोगों को छलने का काम किया है।

बेरोजगार हो गए नौकरी पेशा युवा
उन्होंने रोजगार के क्षेत्र की थिंक टैंक मानी जाने वाली संस्था सैंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकनॉमी के दावे का हवाला देते हुए केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि संस्था की रिपोर्ट के अनुसार इस साल अक्तूबर में बेरोजगारी की दर 6.9 फीसदी पर पहुंच गई है, जो पिछले 2 साल में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि संस्था के मुताबिक अक्तूबर, 2017 में 40.7 करोड़ लोग जॉब कर रहे थे और अक्तूबर, 2018 में इनकी संख्या घटकर 39.7 करोड़ पहुंच गई। सक्रिय रूप से नौकरी की तलाश कर रहे बेरोजगारों की संख्या में पिछले साल की तुलना में दोगुनी वृद्धि हुई है। साल 2017 में 1.4 करोड़ लोग सक्रियता से जॉब खोज रहे थे, जबकि उसके मुकाबले यह संख्या अब 2.95 करोड़ पर पहुंच चुकी है। अगर अक्तूबर, 2017 की बात करें तो सक्रियता से जॉब खोजने वाले युवाओं की संख्या 2.16 करोड़ पर थी।

श्रम सहभागिता पर नोटबंदी का असर
उन्होंने कहा कि सैंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकनॉमी संस्था ने पी.एम. के नोटबंदी के फैसले की भी पोल खोली है। संस्था के मुताबिक लेबर पाॢटसिपेशन रेट (श्रम सहभागिता दर, काम करने के इच्छुक नागरिकों के अनुपात का माप) जनवरी, 2016 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह इस समय 42.2 फीसदी पर है। श्रम सहभागिता दर नोटबंदी के बाद तेजी (47-48 प्रतिशत) से गिरी है और इसमें अब तक सुधार नहीं हो रहा है। इस साल अक्तूबर महीने में पहले की तरह लेबर मार्कीट में कमजोरी दर्ज की गई है।

ये रहे मौके पर मौजूद
इस मौके पर उनके साथ ब्लॉक अध्यक्ष ब्रह्मानंद शर्मा, ठियोग से कांग्रेस प्रत्याशी रहे दीपक राठौर, प्रदेश कोषाध्यक्ष सुरेंद्र चौहान, रितेश कपरेट प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष, केहर सिंह खाची, प्रदेश कांग्रेस सचिव आशा कंवर, प्रदेश महिला कांग्रेस महासचिव सत्या गाजटा, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र वर्मा, जिला कांग्रेस महासचिव जे.पी. वर्मा, विवेक थापर, ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष मदन शर्मा, ब्लॉक महिला कांग्रेस अध्यक्ष उषा डोगरा, ठियोग शहरी महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमला शर्मा, जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस के पदाधिकारियों सहित सैंकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Vijay