सुक्खू के खिलाफ कांग्रेसियों की दूसरे दिन भी नारेबाजी, शिंदे ने उठाया ये कदम

Thursday, Aug 03, 2017 - 05:18 PM (IST)

शिमला (राजीव): पिछले 24 घंटों में हिमाचल की राजनीति कई करवट ले चुकी है। जहां बुधवार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुक्खू के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए थे वहीं वीरवार को कुछ समय पहले कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे हिमाचल कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे नारेबाजी कर रहे पार्टी वर्करों को चुप करवाते दिखे। हिमाचल कांग्रेस कमेटी की राज्य कार्यकारिणी की अहम बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस के प्रभारी महासचिव सुशील शिंदे का स्वागत करने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू गेट पर पहुंचे ही थे कि कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे, लेकिन शिंदे ने उन्हें चुप करवा दिया और वह कमरे की तरफ बढ़ गए। उल्लेखनीय है कि बुधवार को पीटरहॉफ में सुक्खू के खिलाफ खूब गुबार मचा था, जिसके बाद वह मौके से गायब हो गए थे, आज भी ऐसी स्थिति न बन जाए, इसी लिए शायद शिंदे कार्यकर्ताओं को चुप करवाते दिखे।


विशेष तौर पर बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे शिंदे
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश कार्यकारिणी की अहम बैठक शुरू हो गई है। सुशील कुमार शिंदे इस बैठक में हिस्सा लेने विशेष तौर पर पहुंचे हैं। इस बैठक के शुरू होने से पहले सीएम वीरभद्र सिंह यहां पहुंच गए थे। उनके आने के बाद आईपीएच मंत्री विद्या स्टोक्स, स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह, परिवहन मंत्री जीएस बाली भी पहुंचे, जबकि प्रदेश की प्रभारी सचिव रंजीत रंजन पहले ही यहां आ गई थी। शिंदे के पहुंचते ही कार्यकारिणी की बैठक शुरू हुई। बैठक में संगठन के कामकाज पर चर्चा होनी है और शिंदे संगठन के कामकाज का फीडबैक लेंगे। 


नारेबाजी करना सही नहीं: वीरभद्र
बैठक से पहले वीरभद्र सिंह ने कहा कि नारेबाजी करना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि नारेबाजी करनी है तो खुले मैदान में की जाए। बैठक स्थल पर नारेबाजी करना सही नहीं है। वहीं कोटखाई मामले की सीबीआई जांच पर सीएम ने कहा कि इसकी जांच देश की प्रतिष्ठित संस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि बैठक में जलसे-जलूस में ही नारेबाजी ठीक लगती है।