मिलने से पहले सुखराम के पोते आश्रय का कटा टिकट, जानिए कैसे

Friday, Feb 22, 2019 - 12:43 PM (IST)

ऊना (अमित): पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा द्वारा मंडी से भाजपा की टिकट मिलने की उम्मीद को बड़ा झटका लगा है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने आश्रय को टिकट दिए जाने की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोग गलतफहमी पाल लेते है जबकि जीते हुए उम्मीदवार का टिकट नहीं कट सकता है। वहीं सत्ती ने नेता विपक्ष द्वारा भाजपा सरकार को कागजी शेर कहने पर भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब तक कांग्रेस की जेब में भ्रष्टाचार का पैसा ना आ जाए इन्हें कोई काम होता दिखाई नहीं देता। सत्ती ने नेता विपक्ष को चुनौती दी है कि पिछले लोकसभा चुनावों से पहले जो उन्होंने ट्रिपल आईटी का शिलान्यास किया था उस समय एक भी रुपया ट्रिपल आईटी के लिए जारी होने का दस्तावेज दिखाएं।

राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने बेशक मंडी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने का मन बना रखा हो और उसके लिए लोकसभा क्षेत्र में प्रचार प्रसार के लिए भी जुट गए हों। लेकिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने मंडी लोकसभा से उन्हें टिकट देने की सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। सत्ती ने कहा कि जीते हुए व्यक्ति का टिकट कभी नहीं कटता और राम स्वरूप शर्मा ने तो तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को हराकर विजय हासिल की थी। सत्ती ने कहा कि कुछ लोग बिना बजह की गलतफहमियां पाल लेते है। वहीँ सत्ती ने कहा कि टिकट बदलने का अधिकार केवल पार्लियामेंट्री बोर्ड और पार्टी हाईकमान को ही है। लेकिन फिलहाल मंडी में ऐसी कोई स्थिति नजर नहीं आती।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने नेता विपक्ष द्वारा जयराम सरकार को कागजी शेर कहने पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के लोगो को तब तक जमीन पर काम दिखाई नहीं देता जब तक उनकी जेब में भ्रष्टाचार का पैसा ना आ जाये। सत्ती ने कहा कि भाजपा ने प्रदेश को बड़ी बड़ी योजनाएं दी है और सभी योजनाओं के लिए पैसा मंजूर हो चूका है। सत्ती ने कहा कि नेता विपक्ष बताएं जब पिछले लोकसभा चुनावों में उन्होंने ट्रिपल आईटी का शिलान्यास किया था उस समय ट्रिपल आईटी के लिए क्या एक भी रुपया जारी हुआ था।

Ekta