गोली और गाली की बोली बोलने वालों को मंत्री पद पर बनाए रखने की क्या है मजबूरी: राणा

Friday, Feb 07, 2020 - 05:17 PM (IST)

हमीरपुर: मोदी राज में देश की स्थिति अंग्रेजी हुकुमत वाली बन गई है। क्योंकि मोशा सरकार के हुकमरान गोली और गाली की भाषा बोलते हैं। बावजूद इसके देशद्रोह के मुकद्दमें उस जनता पर बनते हैं जिसके लिए गोली और गाली की मवाली व दबंगई वाली भाषा बोली जा रही है। यह बात कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने पत्रकार वार्ता में कही।

राणा ने कहा कि जिन लाखों लोगों ने देश की आजादी के लिए वर्षों तक लगातार जान की कुर्बानियां दी हैं, उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि देश के लोकतंत्र में एक दौर ऐसा भी आएगा कि जब गोली और गाली की बोली बोलने वालों को सत्ता का संरक्षण मिलेगा। उन्होंने कहा कि देश के हित में और देश हित की बात रखने वालों के खिलाफ मुकद्दमे ही नहीं देशद्रोह के मुकद्दमें बनेंगे और गाली देने वाले लोग लोकतंत्र के मंत्रालयों में विराजेंगे। राणा ने कहा कि आखिर मोशा सरकार की ऐसी कौन सी मजबूरी है, जिसके चलते गोली और गाली की बोली बोलने वालों को बाहर का रास्ता नहीं दिखाया जा रहा है। जो पार्टी अनुशासन और जन भावनाओं की दुहाई देती नहीं थकती है उसमें गोली और गाली की बोली बोलने वालों को संरक्षण क्यों?

नौकरियों के मुद्दे पर राणा ने कहा कि कभी 2 करोड़ नौकरियां देने के झांसे में तो कभी 15 लाख खाते में भेजने के झांसे देकर बेशक जनभावनाओं को ठगकर मोशा सरकार सत्ता पर काबिज हुई है, लेकिन अब इनकी हकुमत की हकीकत जानकर आम जनता हाथ मल रही है। लेकिन अब जनता के पास भी इनका कोई चारा नहीं है। क्योंकि देश को लड़ाने-भिड़ाने व अराजकता का माहौल पैदा करके अपनी सत्ता को महफूज रखने वाले राइट-टू-रिकॉल बिल लाने से क्यों हिचकिचा रहे हैं। इससे तो बेहतर होता कि जो लोग जनादेश लेने के बाद जनभावनाओं के अनुरूप खरे नहीं उतर पा रहे हैं, यह सरकार उनके प्रति राइट-टू-रिकॉल बिल ले आती। ताकि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के जनादेश का सम्मान महफूज रहता। राणा ने कहा कि मोशा की पार्टी के लोग देश के रखवाले नहीं सत्ता के मतवाले हैं जो सिर्फ अपनी कुर्सी महफूज रखने के लिए किसी हद और किसी स्तर पर गिर सकते हैं। राणा ने कहा कि मोशा पार्टी की असली मंशा अब देश की नौजवान पीढ़ी को समझनी होगी। अन्यथा इनकी हकुमत में आम आदमी का शोषण इसी तरह जारी रहेगा। जबकि गोली और गाली देने वालों को संरक्षण देकर यह पार्टी सिर्फ अपनी सत्ता से वास्ता रखेगी। इसलिए प्रदेश और देश की जनता इनके इस आडंबर को समझें यह सेवा के लिए नहीं सत्ता के लिए आए हैं और सत्ता ही अब इनका धर्म है। उसके लिए देश पर बड़े से बड़ा अन्याय व अत्याचार करने से कोई गुरेज नहीं करेंगे। राणा बोले कि नौजवान पीढ़ी समझे कि मोशा सरकार में देश के हित सुरक्षित नहीं।

Prashar