देरी से पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर, 8 महीने की गर्भवती पत्नी नहीं कर पाएगी शहीद के अंतिम दर्शन

Monday, Dec 07, 2020 - 11:35 PM (IST)

सुबाथू: भारत-चीन अंतर्राष्ट्रीय सीमा के बर्फीले क्षेत्र में पैट्रोलिंग के दौरान शहीद हुए 3/1 गोरखा राइफल्स के नायक दिलजन गुरुंग का पार्थिव शरीर सोमवार को सुबाथू छावनी नहीं पहुंच पाया। लद्दाख से पार्थिव देह लेकर आ रहे हैलीकॉप्टर ने खराब मौसम के कारण देरी से उड़ान भरी। सोमवार शाम को शहीद का पार्थिव शरीर कसौली छावनी पहुंच गया है लेकिन देरी होने की वजह से सुबाथू नहीं लाया जा सका। शहीद के परिजन नेपाल के पोखरा शहर से सुबाथू छावनी पहुंच गए। उन्हें सेना के गैस्ट हाऊस में ठहराया गया। शहीद दिलजन की धर्मपत्नी गर्भवती है और अगले महीने डिलीवरी होनी है। इस कारण वह सुबाथू छावनी नहीं आ पाई। शहीद के पिता लोकराज गुरुंग भी भारतीय सेना की 3/1 गोरखा राइफल्स से पैंशन आऊट हुए हैं। शहीद के अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परिजन, सैन्य कर्मी एवं छावनी निवासी सोमवार को दिनभर शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार करते रहे लेकिन दोपहर तक नहीं पहुंच पाने के बाद यह तय किया गया कि शहीद का अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा।

Kuldeep