चौथे दिन भी स्कूल नहीं गए छात्र, अभिभावकों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

Saturday, Jul 14, 2018 - 11:17 PM (IST)

सलूणी: चौथे दिन भी उच्च पाठशाला भद्रोह में बच्चे स्कूल नहीं आए और पढ़ाई ठप्प रही जबकि स्कूल में रिक्त अध्यापकों के पदों को लेकर आंदोलन पर बैठे अभिभावकों व बच्चों ने चौथे दिन मिलकर सरकार व शिक्षा विभाग के खिलाफ नारे लगाकर विरोध जताया। स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष ताजदीन, भनू, बीना देवी, ललिता, मुहम्मद हनीफ, चमारू, खेम राज, रमेश, तुला, राज, बशीर, पवन, आशिक, विरेंद्र, फारूक, चतरो, मौसमदीन व धनों देवी ने कहा कि सरकार उच्च पाठशाला भद्रोह में मुख्याध्यापक सहित आधा दर्जन अध्यापकों के रिक्त पदों को भरने में गम्भीर नहीं दिख रही है। अध्यापकों के बिना स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे 61 बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है जिसके चलते अभिभावक व स्कूल प्रबंधन समिति सदस्य अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित है।


बच्चों के भविष्य के साथ कतई समझौता नहीं करेंगे
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ कतई अभिभावक व स्कूल प्रबंधन समिति समझौता नहीं करेगी जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है। उन्होंने कहा कि विभाग व सरकार स्कूल में अध्यापकों को तैनात करने के बजाय अभिभावकों पर बच्चों को स्कूल भेजने का दबाव डाल रही है मगर अभिभावक सरकार के दबाव में आकर अपनी मांगा क ो पूरा होने तक सरकार के आगे झुकेंगे नहीं। जिस दिन स्कूल में अध्यापक ज्वाइंनिग करेंगे इस दिन अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेज देंगे।


चक्का जाम करने से भी गुरेज नहीं करेंगे अभिभावक
उन्होंने सरकार व शिक्षा विभाग को दो टूक शब्दों में कहा है कि अध्यापक दो आंदोलन खत्म अन्यथा आंदोलन और तेज होगा। अपने बच्चों के भविष्य को संवारने के लिए अभिभावक सड़कों पर उतर कर चक्का जाम करने से भी गुरेज नहीं करेंगे। सरकार हमारे बच्चों के भविष्य के प्रति गम्भीर नहीं और आश्वासन देकर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए दबाव डाल रही है जो सहन नहीं होगा।

Vijay