छात्राओं के पैसे चुराते 4 छात्र धरे, चोरी की वजह जान रह जाएंगे हैरान

Saturday, May 20, 2017 - 11:40 PM (IST)

कुल्लू: जिला मुख्यालय कुल्लू से कुछ दूर स्थित एक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां कई दिनों तक टोली बनाकर 4 लड़के विभिन्न कक्षाओं की छात्राओं के पैसों पर नशे की खुराक पूरी करने के लिए डाका डालते रहे। किस कक्षा को निशाना बनाना है, इसकी पहले ही प्लानिंग होती थी। छात्राओं के स्कूल के बस्तों से पैसे चोरी करने के लिए इन लड़कों ने प्रात:कालीन सभा का समय निर्धारित कर रखा था। कई बार अपने पैसे चोरी होने से सहमी लड़कियों ने जब स्कूल में शिक्षकों से शिकायत की तो शुरुआती दौर में शिक्षकों ने शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया हालांकि कक्षा में सभी बच्चों को कड़ी चेतावनी जरूर दे दी गई। 

स्कूल प्रशासन ने योजना के तहत पकड़े छात्र 
जब बस्तों से पैसे चोरी होने का क्रम नहीं थमा तो स्कूल प्रशासन ने इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने वालों को दबोचने के लिए योजना बनाई। 2 रोज पहले स्कूल में सुबह जैसे ही प्रात:कालीन सभा शुरू हुई तो छठी से लेकर जमा-2 कक्षा तक के सभी बच्चे सभा के लिए मैदान में चले गए। स्कूल प्रधानाचार्या सहित पूरा स्टाफ भी प्रात:कालीन सभा में उपस्थित हुआ लेकिन 4 शिक्षक इस दौरान सभी कक्षाओं में जाकर मामले का पता लगाने में जुट गए। जैसे ही शिक्षक 10वीं कक्षा की ए और बी सैक्शन में पहुंचे तो दोनों कमरों में 7वीं कक्षा के 2-2 छात्र सभी बस्तों की तलाशी लेते हुए धरे गए। ये छात्र हाथ में थैले लेकर छात्राओं के बस्तों से पैसे निकालकर उनमें डाल रहे थे।

लड़कियों के बस्तों की ही लेते थे तलाशी
जब इन चारों छात्रों को प्रधानाचार्या के कार्यालय में ले जाया गया तो इनके हाथों में मौजूद थैलों से कुछ नोट और सिक्के निकले। गिनने पर यह रकम 1600 रुपए के करीब पाई गई। इन छात्रों से जब प्रधानाचार्या ने ऐसा करने की वजह पूछी तो उन्होंने कबूल किया हम नशे की खुराक पूरी करने के लिए ऐसा करते थे। पूछने पर छात्रों ने बताया कि उन्हें इस बात का अंदाजा था कि लड़कियां अपने पैसे बस्तों या ज्योमैट्री बॉक्स में ही रखती हैं जबकि लड़के अपनी जेब में पैसे रखते हैं। इसलिए लड़कियों के बस्तों की ही तलाशी लेकर उनमें जो भी पैसे मिलेते उन्हें बटोर लेते थे। 

कई बार लड़कियों को हुई मुश्किल
स्कूल की कई लड़कियों ने प्रधानाचार्या को बताया कि पैसे चोरी होने से कई बार उन्हें मुश्किल हुई। कई बार उनके बस पास की अवधि खत्म हो चुकी होती थी और पैसे भी चोरी हो गए होते थे तो ऐसे में वापस घर लौटने के लिए किराया तक नहीं बचता था। कभी किसी राहगीर से मोबाइल मांगकर परिजनों को सूचित करके उन्हें लेने के लिए आने को कहा जाता। इसी तरह कुछ खरीददारी के लिए रखे पैसे भी कई बार चोरी हुए हैं।

प्रधानाचार्या ने बच्चों को समझाने को कहा
स्कूल की प्रधानाचार्या ने बताया कि इन चारों बच्चों के परिजनों को स्कूल में तलब किया गया था। उन्हें अपने बच्चों को समझाने के लिए कहा और हिदायत दी गई कि भविष्य में ऐसी गलती पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं उपशिक्षा निदेशक जगदीश ने कहा कि स्कूल स्टाफ की सूझबूझ से ऐसा मामला पकड़ा गया और यह अच्छी बात है। परिजनों को भी चाहिए कि वे बच्चों को अच्छे संस्कार दें ताकि बच्चों के इर्द-गिर्द किसी तरह की बुराई फटक भी न सके।