विद्यार्थियों को वाहनों में ठूंस-ठूंस स्कूल पहुंचाने वाले चालकों की अब खैर नहीं

Monday, Jun 24, 2019 - 11:28 AM (IST)

नादौन : विद्यार्थियों को जीपों में ठूंस-ठूंस कर भरने के बाद स्कूल पहुंचाने वालों पर प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। कुछ निजी जीपों के चालक सुबह-शाम मोटी कमाई करने के लिए बिना मापदंड पूरे किए विद्यार्थियों की जान जोखिम में डालकर स्कूल पहुंचाने का अनधिकृत काम कर रहे हैं। ऐसे वाहनों में मापदंडों के अनुसार न तो इनको पीला रंग किया गया है और न ही इनकी खिड़कियों पर लोहे की ग्रिल लगाई गई है। हैरानी की बात है कि यह जीप मात्र 7 या 8 सीटर कैपेसिटी की होती है, परंतु इसमें 2 से 3 दर्जन तक छोटे-छोटे विद्यार्थियों को ठूंस-ठूंस कर भरा जाता है।

यही नहीं, ऐसे कई वाहन चालकों के पास तो कमर्शियल वाहन चलाने के लिए अधिकृत ड्राइविंग लाइसैंस तक नहीं होता। यदि ऐसे में कोई दुर्घटना हो जाए तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं। नादौन बस स्टैंड के नजदीक एक सरकारी विद्यालय के पास सुबह-सवेरे इस तरह के वाहनों को विद्यार्थियों को स्कूल पहुंचाने के लिए उतारते हुए देखा जा सकता है। यह सिलसिला प्रशासन से लुकाछिपी का खेल खेलते लंबे समय से चल रहा है। इस गैर-कानूनी तथा खतरनाक सिलसिले को बढ़ाने के लिए विद्यार्थियों के ऐसे अभिभावकों के हाथ को भी नकारा नहीं जा सकता, जोकि सब कुछ जानते हुए भी अपने नौनिहालों को ऐसे वाहनों के हवाले कर देते हैं।

माना कि सुबह-शाम स्कूल पहुंचाने के लिए ऐसे रूटों पर सरकारी बसों की कमी है, परंतु निजी बसों की काफी उपलब्धता रहती है, मगर अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल जाने के लिए बसों में चढ़ाने के लिए सड़क किनारे खड़े होना नहीं चाहते और ऐसे वाहनों के हवाले कर देते हैं, जिसमें बच्चों का स्कूल पहुंचना सुरक्षित नहीं है। स्थानीय लोगों तथा बुद्धिजीवियों ने प्रशासन का ध्यान इस ओर दिलाते हुए इस अवैध धंधे पर लगाम कसने की मांग की है।
 

kirti