जागो सरकार! यहां जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे बच्चे

Friday, Sep 13, 2019 - 11:18 PM (IST)

भोरंज: सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। वर्तमान प्रदेश सरकार इन मूलभूत सुविधाओं को हर नागरिक तक पहुंचाने में प्रयासरत भी है लेकिन धरातल में यह सुविधा कितनी पहुंच पा रही हैं। इसका उदाहरण भोरंज विस क्षेत्र के बधानी क्षेत्र के गांव निहार, मजौह व डाडू में देखने को मिला, जहां आजादी के 73 वर्ष बीतने के बाद भी लोगों को रोजी-रोटी कमाने व अपने रोजमर्रा कार्यों को निपटाने एवं बीमारी की हालत में अस्पताल जाने व देश के भविष्य हर छोटे व बड़े स्कूलों के बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए 3 गांवों के करीब 150 परिवारों को उनके गांव के साथ लगती चैंथ खड्ड में आए उफान को जान जोखिम में डालकर खड्ड पार कर अपने गंतव्य की ओर जाने को बेबस हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि चैंथ खड्ड के उस पार बसे गांव निहार, डाडू व मजौह की करीब 150 परिवारों को अपने रोजमर्रा के कार्यों के अलावा करीब 2 दर्जन छोटे व बड़े स्कूल के बच्चों को खड्ड के उस पार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बधानी में शिक्षा ग्रहण करने के लिए खड्ड पार करके जाना पड़ता है और बरसात के इन दिनों में विशेषकर जब खड्ड उफान पर होती है तो उन्हें बच्चों को जान जोखिम में डालकर एक के बाद एक अपने कंधे पर बैठकर खड्ड पार कर स्कूल पहुंचाना पड़ता है और जिस दिन खड्ड में पानी ज्यादा होता है तो उस दिन बच्चों को स्कूल से छुट्टी ही करवाना पड़ती है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते दिनों हो रही स्कूल की परीक्षाओं में बच्चे अपने पेपर भी नहीं दे सके हैं।

बरसात के इन दिनों में यदि उनके परिवार का सदस्य बीमार हो जाता है तो उसे भी बीमारी की हालत में उठाकर ही खड्ड पार करवानी पड़ती है या फिर 12-15 किलोमीटर का अतिरिक्त लंबा सफर कर वाया भरेड़ी-बस्सी भोरंज अस्पताल तक रोगी को गाड़ी से पहुंचाना पड़ता है। अत: क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व स्थानीय विधायक कमलेश कुमारी से मांग की है कि शीघ्रातिशीघ्र घरों के मुख्य रास्ते पर पुल का निर्माण करवाया जाए ताकि वह अपने घरों तक आसानी से आ-जा सके।

वहीं निहार, मजौह व डाडू ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने बरसों से विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को उनके घरों तक पहुंचने के लिए एक छोटा पैदल चलने वाले पुल के निर्माण को बनाए जाने की मांग अनेकों बार की लेकिन हर बार उन्हें निराशा के सिवाय कुछ नहीं मिला। वहीं बजड़ौह पंचायत की प्रधान प्युंगला देवी ने कहा कि ग्रामीणों कि समस्या से पूरी तरह से अवगत हैं। इस संदर्भ में कुछेक ग्रामीण उनसे मिले भी थे। उन्होंने पंचायत से प्रस्ताव भी पारित कर दिया है। ग्रामीणों कि सुविधा के लिए पुल का निर्माण होना अति आवश्यक है।

Vijay