बुरे फंसे HPU के कुलपति, RTI में हुआ हैरान कर देने वाला खुलासा

Saturday, Apr 15, 2017 - 11:39 AM (IST)

शिमला (विकास शर्मा): विवादों में घिरे रहने वाले हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय के कुलपति एक बार फिर बुरे फंस गए हैं। ए.डी.एन. वाजपेयी की कुलपति पद पर नियुक्ति को लेकर विश्वविद्यालय की एस.सी.ए. के पूर्व अध्यक्षों ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुलपति पद पर प्रो. वाजपेयी की नियुक्ति नियमों को ताक पर रखकर हुई थी। उन्होंने बताया कि वर्तमान कुलपति पर मध्यप्रदेश में केस लंबित पड़े हुए हैं जिसके बावजूद उन्हें इस पद पर नियुक्ति दी गई है। 


आर.टी.आई. के तहत जुटाई गई जानकारी
यह जानकारी आर.टी.आई. के तहत जुटाई गई है। पूर्व केंद्रीय छात्र संघ के नेताओं ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि कुलपति को लगता है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं तो वे तीनों एस.सी.ए. के पूर्व अध्यक्षों पर मानहानि का दावा कर सकते हैं। इन मामलों को लेकर छात्र नेताओं हाई कोर्ट में याचिका भी दायर की है जिसकी सुनवाई 19 अप्रैल को होनी है। 


फीस लेने के बाद भी नहीं मिली जर्मन तकनीक वाली मार्कशीट
एस.सी.ए. के पूर्व अध्यक्षों पुनीत धांटा, राहुल चौहान व राजन हारटा ने कहा कि पूर्व में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से जर्मन तकनीक की मार्कशीट देने की घोषणा की थी और इसको लेकर विद्यार्थियों से 150 रुपए भी लिए। उन्होंने कहा कि फीस लेने के बाद भी अभी तक विद्यार्थियों को जर्मन तकनीक वाली मार्कशीट नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों से वसूली गई राशि उन्हें वापस की जाए।