NGT ने नहीं माना हिमाचल का तर्क, नदी-नालों में लगे Stone Crusher होंगे बंद

Monday, Jul 15, 2019 - 11:00 PM (IST)

हमीरपुर (राजीव): हिमाचल प्रदेश की नदियों, खड्डों व बावडिय़ों के 100 मीटर के दायरे में लगे स्टोन क्रशर बंद करने पड़ेंगे क्योंकि नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल अपने फैसले पर बरकरार है। सूत्रों के अनुसार हिमाचल के तर्क को एन.जी.टी. ने नहीं माना है और साफ कहा है कि उसके द्वारा दी गई व्यवस्था पर अमल करना होगा। ऐसा हुआ तो यहां पर अधिकांश क्रशर बंद हो जाएंगे क्योंकि बरसात के दिनों में हर जगह चश्मे निकल आते हैं और बावडिय़ां पानी से भर जाती हैं। 2-3 दिन पहले एन.जी.टी. ने हिमाचल के तर्क जानने के लिए सुनवाई रखी थी परंतु वह इससे संतुष्ट नहीं हुआ। हिमाचल ने कहा था कि बरसात के दिनों में प्रदेश में हर जगह चश्मे निकलते हैं और जगह-जगह पानी चलता है। ऐसी परिस्थितियों में 100 मीटर के दायरे में आने वाले क्रशर बंद कैसे किए जा सकते हैं। क्रशर किसी तरह का कैमिकल इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और केवल पत्थर तोड़कर निर्माण सामग्री बनाई जाती है।

एन.जी.टी. को तथ्यों के साथ सौंपी गई थी विस्तृत रिपोर्ट

एक विस्तृत रिपोर्ट इस पर तथ्यों के साथ एन.जी.टी. को सौंपी गई थी परंतु एन.जी.टी. ने इसे मानने से इंकार कर दिया है। इससे हिमाचल को बड़ा झटका लगा है। जिला में वर्तमान समय में 22 स्टोन क्रशर चल रहे हैं तथा सभी नदी-नालों में हैं। यही नहीं, ये सभी क्रशर प्राकृतिक पानी के स्रोतों से 100 मीटर के दायरे में आते हैं जिसके चलते अगर एन.जी.टी. के आदेश लागू होते हैं तो ये सभी क्रशर बंद हो जाएंगे जिससे क्रशर मालिकों को करोड़ों रुपए का नुक्सान उठाना पड़ेगा तथा लोगों को भी गृह निर्माण के लिए समस्या होगी।

क्रशर बंद होने से रुकेंगे विकास कार्य

प्रदेश में क्रशर बंद होने से सरकारी और गैर-सरकारी सभी कंकरीट से संबंधित विकास कार्य बंद हो जाएंगे तथा लोगों को गृह निर्माण के लिए भी रेत-बजरी नहीं मिलेगी।

क्रशर मालिक सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे

प्रदेश के क्रशर मालिक एन.जी.टी. के फैसले के बाद अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। इसके लिए सभी क्रशर मालिक अग्रिम कार्रवाई में जुट गए हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला खनन अधिकारी हरविंद्र सिंह का कहना है कि सूचनाएं मिली हैं कि एन.जी.टी. ने हिमाचल के तर्क को ठुकरा दिया है। अभी तक उनके पास एन.जी.टी. के ऑर्डर नहीं आए हैं। अगर एन.जी.टी. के ऑर्डर विभाग को मिलते हैं तो जिला में लगे सभी 22 क्रशरों को बंद किया जाएगा।

Vijay