वन मंत्री के कार्यक्रम से मंडल, संगठन सहित भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष का किनारा

punjabkesari.in Monday, Jul 19, 2021 - 12:00 AM (IST)

फतेहपुर (ब्यूरो): फतेहपुर में उपचुनाव को लेकर राजनीति गर्मा चुकी है। अभी तक न तो कांग्रेस और न ही भाजपा अपना-अपना दूल्हा मैदान में उतार पाई हैं। भाजपा व कांग्रेस दोनों पार्टियों के दिग्गज फतेहपुर में पहुंच रहे हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस से टिकट के विरोध के स्वर खुलकर सामने आए हैं और कांग्रेस से टिकट के चाहवानों ने एक नाम आगे आते ही पार्टी हाईकमान व प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला के सामने धर्मशाला में विरोध किया था। वहीं भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश खन्ना ने कार्यकर्ताओं व टिकट के चाहवानों को फतेहपुर में आकर एकजुटता का पाठ पढ़ाया था। नेताओं व प्रदेश प्रभारी ने फतेहपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं में एकजुटता की बात कहकर फतेहपुर में टिकट की बगावत की बात को सिरे से खारिज कर दिया था, मगर रविवार को फतेहपुर विधानसभा के मिन्ता पंचायत में हुए वन मंत्री राकेश पठानिया एवं साथ लगते विधानसभा क्षेत्र नूरपुर के विधायक के कार्यक्रम में जब फतेहपुर भाजपा मंडल, संगठन के साथ-साथ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कृपाल परमार नहीं पहुंचे तो चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा। चर्चा लाजिमी भी थी।

कार्यक्रम में फतेहपुर भाजपा में बगावत साफ-साफ नजर आई। जहां फतेहपुर में हाल ही में पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, उसके बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल पहुंचे और फतेहपुर भाजपा मंडल की अध्यक्षता में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिसमें कृपाल परमार सहित फतेहपुर भाजपा मंडल व अन्य भाजपा संगठन के सदस्य पहुंचे और फतेहपुर को कई सौगातें भी मिलीं। मगर रविवार को वन मंत्री एवं साथ लगते विधानसभा क्षेत्र नूरपुर के विधायक टिकट के विरोधी धड़े की अध्यक्षता में कार्यक्रम करवा कर फतेहपुर में चल रही भाजपा की बगावत की आग में और घी डालने का काम कर गए हैं।

भाजपा मंडल फतेहपुर के अध्यक्ष करतार सिंह का कहना है कि मंडल को न तो कार्यक्रम की सूचना थी और न ही कार्यक्रम में बुलाने की जानकारी मिली थी। वहीं भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं फतेहपुर से भाजपा के पूर्व उम्मीदवार कृपाल परमार का कहना है कि उन्हें कार्यक्रम की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यक्रम पहले ही तय थे। कुछ समय पहले सूचना मिली थी तो इस अचानक रखे कार्यक्रम में उनका पहुंचना मुश्किल था। वहीं वन मंत्री राकेश पठानिया ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि कृपाल परमार किसी कार्य से बाहर थे, जिस कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके। जबकि भाजपा मंडल के न आने पर मंत्री ने कन्नी काट ली।


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Content Writer

Vijay

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