खूंटा गाड़ने व बैलों के पूजन के साथ राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेला शुरू (Watch Pics)

Sunday, Mar 17, 2019 - 07:18 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): 7 दिन तक चलने वाले राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेला का रविवार को पारम्परिक रस्मों के साथ शुभारंभ हुआ। मेले का शुभारंभ मेला अध्यक्ष एवं डी.सी. बिलासपुर विवेक भाटिया और पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार द्वारा लक्ष्मी नारायण मन्दिर में पूजा-अर्चना के उपरांत किया गया। इस अवसर पर सैंकड़ों स्थानीय गण्यमान्य व प्रबुद्धजनों को पगड़ी पहनाने की पारम्परिक रस्म अदा करने के पश्चात मंदिर परिसर मे नंदी की प्रतिमा की पूजा-अर्चना की गई।

पैराग्लाइडिंग/जॉय राइडिंग का हुआ शुभारंभ

इस अवसर पर मेले का मुख्य आकर्षण पैराग्लाइडिंग/जॉय राइडिंग का भी मन्दिर परीसर से शुभारंभ हुआ। ढोल-नगाड़ों, नरसिंगों और अन्य पारम्परिक वाद्य यंत्रों की धुनों के सांमजस्य में भव्य शोभायात्रा लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर से मेला स्थल तक निकाली गई, जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया। इस दौरान लूहणू स्थित मेला स्थल पर खूंटा गाड़ने, बैलों के पारम्परिक पूजन और राज्य स्तरीय नलवाड़ी मेला का घ्वजारोहन करने के पश्चात विधिवत रूप से मेले का उद्घाटन हुआ।

मेले, त्यौहार और पर्व हमारी प्राचीन परम्पराओं और लोक संस्कृति के परिचायक    

इस मौके पर डी.सी. बिलासपुर विवेक भाटिया ने कहा कि मेले, त्यौहार और पर्व हमारी प्राचीन परम्पराओं और लोक संस्कृति के परिचायक हैं। मेलों के आयोजनों से जहां हमारी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत का प्रचार-प्रसार व संवद्र्धन होता है, वहीं राष्ट्रीय एकता, सद्भावना व बन्धुत्व की भावनाओं को भी बल मिलता है। उन्होंने कहा कि मेलों के साथ हमारी आस्थाएं व समृद्ध परम्पराएं जुड़ी हुई हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी सैंकड़ों, हजारों वर्षों का लम्बा सफर तय करके आज के इस आधुनिक युग में भी अपना मौलिक अस्तित्व बचाए हुए हैं जोकि अत्यन्त गौरव की बात है।

इस बार सर्वदृष्टया है मेले की थीम

उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेले की थीम सर्वदृष्टया यानि हर नजर से अलग-अलग दृष्टिकोणों का समावेश है। उन्होंने कहा कि मेला समिति का हमेशा प्रयास रहता है कि सदैव दर्शकों के लिए कुछ नया किया जाए ताकि हरेक वर्ग का भरपूर मनोरंजन संभव हो सके। उन्होंने कहा कि मेले में बुजुर्गों, बच्चों, सैनिकों और दिव्यांगों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के लिए बैठने की अलग से दीर्घा बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष लोगों के मनोरजन के लिए नया प्रयास पैराग्लाइडिंग को शुरू किया गया है, जिसमें प्रशिक्षित पैराग्लाइडर के साथ पैराग्लाइडिंग के इच्छुक व्यक्ति 20 मिनट तक हवा में मेले का आनंद उठा सकते हैं।

25 मार्च से शुरू होगा ट्राइबल फैस्टीवल    

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 25 मार्च से जिला में उत्त्र क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पटियाला द्वारा ट्राइबल फैस्टीवल का आयोजन किया जा रहा, जिसमें लोगों को देश के विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। इस अवसर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने कहा कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में महिला पहलवान भी कुश्ती में अपना दमखम दिखाएंगी। उन्होंने लागों से आग्रह किया कि मेले के दौरान अपने सामान व बच्चों का विशेष घ्यान रखें। उन्होंने कहा कि लोगों की सहायता के लिए मेले में पुलिस विभाग द्वारा नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि मेले को सफल बनाने के लिए अपना भरपूर सहयोग प्रदान करें।

सरस मेले का भी हुआ शुभारंभ   

इस अवसर पर कहलूर लोकोत्सव में महिला मंडलों द्वारा पारम्परिक लोक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को अपनी संस्कृति से परिचित करवाया। इस मौके पर 10 दिन तक चलने वाले आजीविका सरस मेले का भी शुभारंभ हुआ, जिसमें लोगों को देश के विभिन्न राज्यों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा हस्त निर्मित उत्पाद देखने व खरीदने को मिलेंगे।

ये रहे मौके पर मौजूद   

इस मौके पर ए.डी.एम. राजीव कुमार, एस.डी.एम. प्रियंका वर्मा, एस.डी.एम. अनिल चैहान, एस.डी.एम. शशिपाल शर्मा, सहायक आयुक्त पूजा चैहान, पी.ओ. डी.आर.डी.ए. संजीत सिंह, बी.डी.ओ. गौरव धीमान के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा गण्यमान्य व्यक्तियों सहित भारी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।

Vijay