रोजगार सृजन के मामले में प्रदेश बीजेपी हुई है पूरी तरह फेल: राणा

Monday, Mar 09, 2020 - 05:38 PM (IST)

हमीरपुर : कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि सरकार रोजगार सृजन के मामले में पूरी तरह नाकाम रही है। यही नहीं केन्द्र सरकार के नक्शे चिन्हों पर चलते हुए हिमाचल बीजेपी सरकार ने भी रोजगार को लेकर लापरवाह रवैया अपनाया हुआ है। सरकार भूल रही है कि जिसकी सरकार होती है उसे अपने नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण रोजगार उपलब्ध करवाना उसी सरकार की जिम्मेदारी व जवाबदेही होती है। 

राणा ने बेरोजगारों की जोरदार वकालत करते हुए कहा कि जब सत्ता की पावर चाहिए थी तो केन्द्र और प्रदेश की बीजेपी ने बेरोजगारों से बड़े-बड़े वायदे करके उनका जनादेश ठगा लेकिन सत्ता पर काबिज होते ही बेरोजगारों की तरफ से सरकार ने पूरी तरह आंखें मूंद ली हैं। यहां तक कि तीन बजट भाषणों में रोजगार सृजन का जिक्र औपचारिकता मात्र है, लेकिन आज समय की मांग व जरुरत रोजगार सृजन के लिए आर्थिक विस्तार प्रदेश की मुख्य जरुरत है। 

उन्होंने कहा कि शोध बताते हैं कि राज्य के पास काफी संसाधन हैं लेकिन रोजगार सृजन पर ध्यान न देने के कारण यह समस्या दिनोंदिन बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि लचर आर्थिक नीतियों के कारण जहां केन्द्र की विकास के पहिये को आगे बढ़ाने की खर्च करने की क्षमता लगातार घटी है, वहीं प्रदेश सरकार को तो बस अब कर्जे का ही सहारा है। ऐसे में प्रदेश सरकार से बेरोजगारों की रही सही उम्मीद भी खत्म होती जा रही है। हालांकि प्रदेश में रोजगार सृजन के अवसर बढ़ रहे हैं लेकिन अच्छे वेतन व गुणवत्तापूर्ण नौकरियों की संख्या राज्य में निरंतर घट रही है। अकेले ईएफओ की रिपोर्ट के मुताबिक पंजीकृत करीब 1 करोड़ रोजगार देश में प्रतिवर्ष सृजित हो रहे हैं लेकिन राज्यवार आंकड़े को इस रिपोर्ट में विश्लेषित नहीं किया गया है। 

उन्होंने कहा कि प्राइवेट तौर पर गुणवत्तापूर्ण रोजगारों के सृजन के लिए देश की संसद में बैठे प्रदेश के चार-चार प्रतिनिधि भी कुछ नहीं कर पाए हैं। हालांकि आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में उच्च शिक्षित बेरोजगारों की भरमार है लेकिन इन बेरोजगारों को बीजेपी ने सिर्फ सत्ता के लिए वोट ठगने का टूल ही समझा है। जिससे बेरोजगारों का तो कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा। हां, बेरोजगारों के वोट ठगकर सत्ता में बैठी बीजेपी ने अपनी बेरोजगारी जरूर खत्म कर ली है।
 

kirti