डिफाल्टर शिक्षक को स्टेट अवार्ड!

Monday, Sep 03, 2018 - 10:21 AM (IST)

शिमला (प्रीति): वित्तीय अनियमितताओं में फंसे शिक्षक को स्टेट अवार्ड देने के मामले पर सरकार ने संज्ञान लेते हुए इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं। आरोप है कि जिला शिमला से विभाग ने ऐसे शिक्षक का नाम स्टेट अवार्ड में फाइनल किया है, जिस पर वित्तीय अनियमितताओं का मामला पिछले 5 वर्षों से चल रहा है। इस मामले में शिक्षक अभी बहाल नहीं हुआ है। उक्त शिक्षक के अलावा इसके साथ के जो अधिकारी उस मामले में फंसे थे, उनके भी वित्तीय लाभ विभाग की ओर से रोके गए हैं। इसके अलावा मामले की जांच रिपोर्ट भी अभी पूरी नहीं हुई है। 

ऐसे में शिक्षक का अवार्ड के लिए चयन करना विभाग की सिलैक्शन कमेटी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठा रहा है। मामला सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। विदित रहे कि उक्त शिक्षक पर वर्ष 2007-08 में टी.ए. बिलों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था। इसके बाद मामले में विभागीय जांच बिठाई गई थी, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। 

प्राइमरी टीचर फैडरेशन ने भी जताया विरोध 
वित्तीय अनियमितताओं में फंसे शिक्षक को स्टेट अवार्ड देने का विरोध प्राइमरी टीचर फैडरेशन ने भी किया है। फैडरेशन ने मामले पर सिलैक्शन कमेटी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। फैडरेशन का आरोप है कि यह शिक्षक कभी भी समय पर स्कूल नहीं जाता। ऐसे में शिक्षक को स्टेट अवार्ड देना हैरान करने वाला है।
 

Ekta