हिमाचल में फिर दागदार हुई खाकी, सब इंस्पैक्टर की करतूत जान उड़ जाएंगे होश

Saturday, Nov 25, 2017 - 05:27 PM (IST)

घुमारवीं: हिमाचल पुलिस में तैनात एक सब इंस्पैक्टर लंबे समय तक कथित तौर पर एक चोरी की जीप का प्रयोग करता रहा। उक्त गाड़ी काफी अरसा पहले पंजाब के जालंधर से चोरी हुई थी लेकिन सब इंस्पैक्टर ने इस जीप पर धोखे से पंजाब के लुधियाना में टोटल लॉस होने के बाद रद्द हुए पंजीकरण वाली कार का नंबर चढ़ा लिया और तमाम सुरक्षा व यातायात नियंत्रण में शामिल एजैंसियों को अंधेरे में रखता रहा। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने निजी पारिवारिक झगड़े में दर्ज पुरानी एफ.आई.आर. में ही प्रयोग की इस जीप का इतिहास खंगाला। इस दौरान पुलिस के जांच अधिकारियों के भी होश उड़ गए। पुलिस ने करीब 2 माह की तफ्तीश के बाद इस सब इंस्पैक्टर के खिलाफ भराड़ी थाना में आई.पी.सी. की विभिन्न धाराओं के तहत मुकद्दमा दर्ज कर लिया है। अभी तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार उक्त सब इंस्पैक्टर देश की एक महत्वपूर्ण सुरक्षा एजैंसी में भी काम कर चुका है लेकिन वर्तमान में कांगड़ा जिला में कहीं तैनात है। सूत्रों ने आगे बताया कि यह पहले मंडी जिला में भी पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दे चुका है। 

ऐसे हुआ बात का खुलासा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि घुमारवीं उपमंडल के तहत आने वाले गांव कोट हटवाड़ के रहने वाले हिमाचल पुलिस में तैनात एक सब इंस्पैक्टर के खिलाफ उसके परिवार के ही लोगों ने एक आपराधिक मुकद्दमा दर्ज करवाया था। उक्त व्यक्ति पर आरोप था कि उसने अपने भाई के गृह निर्माण में जुटे हुए मिस्त्रियों से रास्ता रोक कर मारपीट की तथा इसके लिए उसने लंबे समय से अपने कब्जे वाली महिंद्रा बोलैरो जीप का प्रयोग किया। पुलिस ने उस पुराने मुकद्दमे में तफ्तीश के दौरान मारपीट में प्रयोग की गई इस जीप को सब इंस्पैक्टर से कब्जे में ले लिया और थाने में खड़ा कर दिया। भराड़ी पुलिस आरोपी को इस जीप के कागजात पेश करने के लिए कहती रही लेकिन उसने कागज जैसे आर.सी. आदि पेश नहीं की। पुलिस ने इस मामले में बरामद वाहन पर दर्ज नंबर की तस्दीक करने की कोशिश की तो जो नंबर इस जीप पर आरोपी ने डाला था, उस नंबर की लुधियाना में दर्ज जीप का काफी समय पहले हादसे में पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने का मामला पाया गया और गाड़ी के चैसिस व इंजन नंबर अलग-अलग थे। 

चोरी का सामान रखने और छिपाने के आरोप में मामला दर्ज
इस दौरान पुलिस को पता चला कि इस नंबर की गाड़ी लुधियाना में टोटल लॉस हो चुकी है और उसका पंजीकरण भी रद्द हो चुका था। तभी पुलिस ने इस गाड़ी के इंजन व चैसिज नंबर के आधार पर इसके असल पंजीकरण नंबर के बारे में पंजाब पुलिस व ट्रांसपोर्ट विभाग से ऑनलाइन पता करवाया तो यह बोलैरो जीप चोरी की निकली। पुलिस ने जांच में सब इंस्पैक्टर के खिलाफ काफी सबूत जमा कर लिए और अब उसके खिलाफ चोरी के सामान को रखने और इसे छिपाने के आरोपों में मुकद्दमा दायर किया गया है लेकिन अभी तक आरोपी से पूछताछ नहीं की गई है।