विदेश में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा बेटा, मां ने विदेश मंत्री से लगाई मदद की गुहार (Video)

Tuesday, Jul 17, 2018 - 07:17 PM (IST)

घुमारवीं (मुकेश): घुमारवीं उपमंडल के साथ लगते जिला मंडी के कस्बा बलद्वाड़ा की ग्राम पंचायत चौक के वार्ड नंबर-5 गांव रालन की 62 वर्षीय वृद्धा महिला रोशनी देवी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से अपने इकलौते बेटे को बचाने की गुहार लगाई है। रालन गांव की रोशनी देवी ने रोते हुए बताया कि उसका इकलौता बेटा 4 वर्षों से अमेरिका में एक निजी होटल में काम करता था तथा हाल ही में उसने मैक्सिको सिटी में एक निजी होटल में ज्वाइन किया था। रोशनी देवी ने बताया कि 2 दिन पहले ही उन्हें सूचना मिली कि उनका बेटा मैक्सिको के एक निजी अस्पताल एसपलूल में दाखिल है तथा वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है ।


बेटे के घायल होने की सूचना मिलते ही पैरों तले खिसकी जमीन
इस अनहोनी सूचना के चलते न केवल घर में बल्कि गांव में भी सन्नाटा पसर गया तथा हर कोई इस परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचने लगा। रोशनी देवी ने बताया कि अश्वनी कुमार उर्फ सोनू उसकी इकलौती संतान है तथा उसने 4 वर्ष पहले ही चंडीगढ़ के एक निजी प्रशिक्षण संस्थान से होटल मैनेजमेंट का डिप्लोमा किया था। उसने बताया कि अश्विनी कुमार की 2 साल पहले ही सरकाघाट की ज्योति से शादी भी हुई थी। रोशनी देवी ने बताया कि जैसे ही उन्हें अपने बेटे के घायल होने की सूचना मिली तो उनके पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई। उसने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि उनका बेटा बुरी तरह से घायल था और  सड़क पर ही गिरा पड़ा था तथा जिस होटल में वह कार्य करता था वहां के एक कर्मचारी ने उसे अस्पताल पहुंचाया तथा बाद में उसका उपचार भी शुरू हुआ।


दिल्ली में धक्के खा रहे अश्विनी के पिता
उधर अश्विनी कुमार के दादा पूर्व सैनिक दुर्गा दास ने बताया कि जैसे ही परिवार को अश्विनी कुमार के घायल होने की सूचना मिली तो सारा परिवार ही सदमे में चला गया। उन्होंने बताया कि अश्विनी कुमार के पिता नारायण सिंह अपने परिचितों के साथ तत्काल दिल्ली के लिए रवाना हो गए ताकि वह वहां विदेश मंत्रालय से संपर्क कर अपने बेटे का कुशलक्षेम जान सकें। उन्होंने बताया कि अभी तक जान-पहचान न होने के कारण उन्हें दिल्ली में धक्के ही खाने पड़ रहे हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाई कि वह तत्काल इस परिवार की मदद करें ।


रोशनी देवी ने रोते हुए लगाई ये गुहार
उधर अश्विनी कुमार की मां रोशनी देवी ने भी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से रोते हुए गुहार लगाई कि उनके बेटे से उसकी बात करवा दें तथा उसका बेटा कैसा है, इस बारे में कम से कम सूचना ही मुहैया करवा दी जाए। उसने कहा कि केंद्र सरकार व्यवस्था कर दे कि घर का कोई अश्विनी कुमार से वहां मिलकर न केवल उसका कुशलक्षेम जान सके बल्कि इस कठिन घड़ी में वह उसकी मदद भी कर सके ।


केंद्र सरकार घर के किसी सदस्य को तुरंत भेजे मैक्सिको
अश्वनी कुमार के परिजन ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि अश्विनी कुमार कुछ समय पहले घर आया था तथा उन्होंने भी अपने बेटे नागेश्वर सिंह को उसके साथ अमेरिका भेज दिया था लेकिन उनका बेटा अमेरिका में ही किसी दूसरे जगह पर कार्य करता है। उन्होंने भी केंद्र सरकार से गुहार लगाई कि उनके बेटे नागेश्वर को ही केंद्र सरकार तत्काल अश्विनी कुमार के पास मैक्सिको भेजने की व्यवस्था करे ताकि घर का कोई न कोई सदस्य अश्विनी कुमार के पास पहुंच सके।


अस्पताल प्रशासन ने हटाया कर्मचारी
अश्विनी कुमार के चाचा सुरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें अमेरिका के होटल के कर्मचारी द्वारा ही यह सूचना मिली थी। सुरेंद्र कुमार ने बताया कि कर्मचारी को कुछ दिन अस्पताल में उसकी देखरेख के लिए रखा गया था लेकिन अब निजी अस्पताल प्रशासन ने होटल के उस कर्मचारी को भी वहां से हटा दिया है, जिसके चलते अश्विनी कुमार वहां अकेला ही है । उन्होंने भी जिला बिलासपुर से संबंध रखने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व हिमाचल प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि वह तत्काल इस बारे में ठोस कार्यवाही करें ताकि जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे 33 वर्षीय अश्विनी कुमार को बचाया जा सके।


विधायक ने दिया है कार्यवाही का आश्वासन
उन्होंने बताया कि इस मामले में शीघ्र ही परिजन सरकाघाट के विधायक कर्नल इंदर सिंह से भी मिले तथा उन्हें भी तत्काल इस बारे में कार्यवाही करने के लिए कहा गया। उन्हें वहां से इस बारे आश्वासन भी मिला है। उन्होंने प्रदेश सरकार से इस बारे तत्काल कार्यवाही करने का भी आग्रह किया ताकि अश्विनी कुमार को बचाया जाए तथा तत्काल भारत वापस लाने की भी केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा व्यवस्था करने की गुहार लगाई।

Vijay