एक-दूसरे पर हमले से बच रहे ससुर-दामाद, सोलन के चुनाव में शहद सी मिठास

Thursday, Nov 02, 2017 - 03:27 PM (IST)

सोलन(चिन्मय): डॉक्टरी पशा छोड़कर सोलन से चुनावी मैदान में कूदे भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजेश कश्यप का मुकाबला अपने ही ससुर कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल धनीराम शांडिल से है। संवेदनशील पारिवारिक रिश्ते के कारण दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने से बच रहे हैं। ऐसे में सोलन का मुकाबला फ्रैंडली होता जा रहा है। एक-दूसरे को घेरने की बजाय दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी प्राथमिकताएं गिना रहे हैं। अंदर की बात है कि दोनों दलों  के कार्यकर्ता परेशान नजर आ रहे है और असमंजस में है कि विरोधी पार्टी के प्रत्याशी पर कोई वैचारिक हमला करना भी है या नहीं। अगर कोई गलती से कुछ कह देता है तो पार्टी की बैठक में कुछ देर तक सन्नाटा पसर जाता है। अब कार्यकर्ता महज डोर टू डोर चुनाव प्रचार पर तो जा रहे है लेकिन दोनों दलों के पास महज वोट मांगने के सिवाए कुछ कहने को नहीं। यहां तक की मतदाता भी प्रत्याशियों के साथ खुल कर अपनी बात नहीं रख पा रहा है क्योंकि भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी एक ही परिवार से है और दामाद ससुर है अब वह भला बुरा बोलें तो किसे बोलें।

महंगाई की मार लोगों पर पड़ रही
इस फ्रेंडली मैच को लेकर आम जनता का मानना है कि सोलन में महाभारत की तरह एक ही परिवार में धर्मयुद्ध लड़ा जा रहा है जो राजेश कश्यप पिछले चुनावों में अपने ससुर के लिए वोट मांग रहे थे आज उन्ही के खिलाफ वोट मांगते नजर आ रहे है। मतदाता और परिवार के लोग धर्म संकट में है कि आखिर वह ससुर को वोट दे या दामाद को जिताए। मतदाता भी इसके चलते साइलेंट मोड पर चला गया है क्योंकि दोनों ही दल आज मुद्दा वहीन नजर आ रहे है। पेट्रोल के दाम बढ़ चुके है महंगाई की मार लोगों पर पड़ रही है लेकिन दोनों बड़े राजनैतिक दल खामोश है।