कहीं जानलेवा न साबित हो जाए पर्यटकों का यह शौक

Tuesday, May 09, 2017 - 12:59 PM (IST)

कुल्लू: कुछ पल की मौज-मस्ती वह भी जान को दाव पर रख कर। ऐसा ही कुछ इन दिनों मौहल स्थित नेचर पार्क के ठीक पीछे सटी ब्यास नदी में देखने को मिल रहा है। यहां की तेज जलधाराओं से अंजान बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक खतरे को नहीं भांप पा रहे हैं। पानी में फोटोग्राफी का शौक उन्हें नदी के किनारे तक ही नहीं बल्कि बीच क पहुंचा रहा है जो कि कभी भी मौत व किसी हादसे का कारण बन सकता है। बताया जाता है कि यहां पर्यटक ही नहीं बल्कि स्थानीय युवक-युवतियां भी इसमें पीछे नहीं है। 


गर्मी से राहत पाने के लिए सैंकड़ों पर्यटक पहुंच रहे कुल्लू-मनाली
उल्लेखनीय है कि इन दिनों निचले क्षेत्रों में प्रचंड गर्मी शुरू हो गई है जिससे राहत पाने के लिए सैंकड़ों पर्यटक प्रतिदिन कुल्लू-मनाली की ठंडी वादियों में पहुंच रहे हैं। पर्यटकों को ब्यास नदी को करीब से देखने की चाह शुरू हो जाती है जो उसके हादसे का कारण भी बन सकती है। अधिकांश पर्यटक खुद तो नदी के बीच जाते ही हैं परन्तु कई बार छोटे बच्चों को भी गोद में उठाकर जाने से परहेज नहीं करते। कुल्लू के ए.एस.पी. नेगी ने कहा कि पर्यटन सीजन के दौरान पुलिस द्वारा पर्यटकों को जागरूक किया जाता है। मौहल नेचर पार्क में यदि पर्यटक ब्यास के बीच में जा रहे हैं तो जल्द ही पुलिस गश्त दिन के समय में की जाएगी तथा नियम तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।    


बार-बार किया जाता है सावधान
डी.एफ.ओ. एच.आर. राणा ने कहा कि मौहल में लोगों की सुविधा के लिए नेचर पार्क का निर्माण किया गया है। जहां प्रतिदिन कई लोग मौज-मस्ती के लिए पहुंचते हैं। पार्क में कई सुविधाएं होने के बाद भी न जाने क्यों लोग ब्यास नदी का रुख करना शुरू कर देते हैं। पानी में फोटोग्राफी करने के लिए स्थानीय लोग भी पीछे नहीं है। 


नेचर पार्क बनेगा राफ्टिंग प्वाइंट
नेचर पार्क मौहल के साथ सटी ब्यास नदी को राफ्टिंग प्वाइंट बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। पानी के बहाव को देखते हुए टैंडर होने के बाद जल्द ही यहां से राफ्टिंग शुरू की जाएगी, ऐसे में जो रास्ता ब्यास नदी को जाने के लिए खुला रखा गया है, वहीं से पर्यटक नदी में फोटोग्राफी करने के लिए जा रहे हैं।