Watch Video: कुछ इस तरह से अग्नि पीड़ितों का दर्द जानने यहां पहुंचे 'राजा साहब'

Wednesday, Jan 25, 2017 - 11:56 AM (IST)

रोहडू (विकास):शिमला के रोहड़ू में अग्नि पीड़ितों का दर्द जानने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कुछ इस तरह से तांगणू गांव पहुंचे। रोहडू उपमण्डल के दूर-दराज तांगणू गांव का वीरभद्र सिंह ने दौरा किया तथा 14 जनवरी, 2017 की रात को आग लगने के कारण जो लोग बेघर हो गए हैं, उनको हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। अग्निकांड से गांव में घर व जान-माल का भारी नुकसान हुआ था। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वन विभाग को भवनों के निर्माण के लिए इमारती लकड़ी उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में सामुदायिक केन्द्र का निर्माण किया जाएगा। 


54 प्रभावित परिवारों को एक समान वित्तीय सहायता करवाई जाए उपलब्ध
वीरभद्र सिंह ने कहा कि सरकार बेघर परिवारों के पुनर्वास के लिए अतिरिक्त वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिए कि सभी 54 प्रभावित परिवारों को एक समान वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने गांव के लिए सम्पर्क मार्ग निर्माण और तांगणू में महिलामंडल निर्माण तथा सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे घर का निर्माण करते समय भवनों के मध्य में पर्याप्त दूरी रखे। उन्होंने कहा कि लोगों को पशुओं के चारे के भंडारण के लिए अतिरिक्त प्रावधान करने चाहिए। उन्होंने इस अवसर पर लोगों की समस्याओं को सुना तथा प्रशासन को उनका तत्काल निवारण करने के निर्देश दिए। 


अग्निपीड़ित परिवारों को पुनर्वास प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया
ग्राम पंचायत तांगणू-जंगलिक के प्रधान ने मुख्यमंत्री तथा प्रशासन का अग्नि पीड़ित परिवारों को तुरंत राहत व पुनर्वास प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। उपायुक्त रोहन ठाकुर ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रभावित परिवारों को 71 लाख रुपये की राशि वितरित की गई है। इसके अतिरिक्त, लोगों को ईंधन, खाद्यान्न सामग्री, कम्बल, पशुओं के लिए चारा तथा बर्तन भी प्रदान किए गए। उन्होंने कहा कि बच्चों को किताबें उपलब्ध करवाने का खर्च रेडक्रॉस सोसायटी वहन करेगी। रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा 3 लाख रुपये की राशि दी गई है। रोहडू अनुपम कुमार ने कहा कि प्रत्येक परिवार को 1.19 लाख रुपए की राशि दी जा रही है, जिनमें से अधिकतर को यह राशि पहले ही दी जा चुकी है।