सौर सिंचाई योजना ने बदली जयराम के परिवार की किस्मत, एक साल में कमाए इतने लाख रुपए

punjabkesari.in Friday, Jun 04, 2021 - 04:20 PM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): एक तो बेरोजगारी दूसरा जीने का एकमात्र सहारा खेतीबाड़ी में मौसम की मार से घटता मुनाफा। यह कहानी है कुल्लू जिले की ग्राम पंचायत जिया के वार्ड नंबर-4 के रहने वाले जयराम उर्फ मेला राम की। जयराम और उसका छोटा भाई सत्तू अपने परिवार की आजीविका के लिए खेतीबाड़ी पर निर्भर हैं। उनके पास 7 बीघा भूमि तो थी परंतु समय पर वर्षा न होने के कारण फसल अच्छी नहीं हो पाती थी। प्रत्येक गुजरते साल के साथ-साथ जयराम की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही थीं। परिवार के भरण-पोषण की चिंता जयराम को खेती छोड़कर कुछ धंधा-मजदूरी करने पर विवश कर रही थी।
PunjabKesari,  Jairam Family Image

खेतों में बहती पानी की धारा में बह गई परेशानी

इसी बीच जयराम एक दिन साथ लगते भुंतर में किसी काम से जा रहे थे। वहां उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही सौर सिंचाई योजना के बारे में सुना। जयराम ने बिना समय गवाएं नजदीकी कृषि कार्यालय में संपर्क किया। कृषि विभाग से मिली जानकारी के बाद मानों जयराम को एक उम्मीद की किरण दिखाई दी। जयराम ने विभाग द्वारा बताए गए दस्तावेजों के साथ 37 हजार रुपए की राशि जमा करवाई। सौर सिंचाई योजना के अंतर्गत जयराम को सरकार की ओर से कुल 3 लाख 70 हजार रुपए की अनुदान राशि स्वीकृत हुई। फिर क्या था कुछ ही दिनों में जयराम के खेतों में सोलर पंप एवं बोरवैल का कार्य पूरा हो गया। खेतों में बहती पानी की धारा को देखकर जयराम को लगा मानों उनकी परेशानी भी बह गई हो। आज जयराम अपने खेतों में खूब मेहनत कर विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगा रहे हैं।

पिछले वर्ष सब्जी उत्पादन से हुआ 1 लाख का मुनाफा

जयराम बताते हैं कि पिछले वर्ष उन्हें और उनके छोटे भाई सत्तू को लगभग 1 लाख रुपए का मुनाफा सब्जी उत्पादन से हुआ। इस वर्ष भी दोनों भाइयों को अच्छी फसल होने की पूरी उम्मीद है। जयराम के परिवार लिए यह योजना एक वरदान साबित हुई है। सरकार का धन्यवाद करते हुए वह कहते हैं कि अन्य किसानों को भी इस योजना का लाभ लेना चाहिए। यह योजना सरकार द्वारा चलाई गई एक बेहतरीन योजना है। सौर सिंचाई योजना जयराम जैसे छोटे किसानों के लिए एक आशा की किरण बनी है।

क्या है योजना

जिले के उप-भूसरंक्षण अधिकारी डॉ. मनोज गौतम ने बताया कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सौर सिंचाई योजना वर्ष 2018 में आंरभ की थी। योजना के तहत सरकार कम से कम पांच किसान समूह द्वारा सोलर पम्पिंग मशीनरी स्थापित करने के लिए शत-प्रतिशत व्यय वहन करने का प्रावधान था। योजना के तहत वर्ष 2019-20 के दौरान कुल्लू जिला के लिए कुल एक करोड़ 75 लाख रुपये का बजट आबंटित किया गया। इस अवधि में जिला में कुल 39 मामले स्वीकृत किए गए। डाॅ. मनोज का कहना है कि सौर सिंचाई योजना का नाम अब पीएम कुसुम योजना किया गया है। वर्तमान में योजना के तहत 85 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है।  उन्होंने चालू वित्त वर्ष के दौरान योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए जिला  के किसानों से आग्रह किया है।


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Content Writer

Vijay

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