सोलन में शुरू होगा उत्तर भारत का पहला हिमालयन संग्रहालय

Friday, Nov 30, 2018 - 10:30 AM (IST)

सोलन : उत्तरी भारत की पहली हिमालयन डिपॉजिटरी (संग्रहालय) सोलन में बनकर तैयार हो गई है। जल्द ही उद्घाटन के बाद यहां वैज्ञानिकों द्वारा शोध कार्य व हिमालय क्षेत्रों में पाए जाने वाले जीव-जंतुओं के संरक्षण एवं संवद्र्धन पर कार्य शुरू हो जाएगा। हिमालयन डिपॉजिटरी में अब तक हिमालय क्षेत्रों में पाई जाने वाली जीव-जंतुओं (फौना) की प्रजातियां एक स्थान पर देखी जा सकेंगी। भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग (जैड.एस.आई.) कोलकाता के 2015 में शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में इस डिपॉजिटरी का शिलान्यास तत्कालीन निदेशक ने 24 जुलाई, 2015 को किया था। भारतीय प्राणी सर्वेक्षण विभाग हाई अल्टीट्यूड स्टेशन सोलन परिसर में बनाए जा रहे इस संग्रहालय पर 1.59 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। यह संग्रहालय सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और इसके लिए यहां 3 मंजिला भवन बनकर लगभग तैयार हो चुका है। भवन का निर्माण सी.पी.डब्ल्यू.डी. द्वारा किया गया है।

जीव-जंतुओं की पहचान अभी बाकी

सोलन में बनने वाले इस आधुनिक संग्रहालय को स्थापित करने का उद्देश्य है कि भारतीय प्राणी विज्ञान (जैड.एस.आई.) का ज्ञान जनसाधारण तक पहुंचे और हिमालय क्षेत्रों में लुप्त हो रही जीव-जंतुओं की प्रजातियों का संरक्षण हो सके। इनमें कुछ जीव-जंतुओं की पहचान करना भी अभी बाकी है। इन सभी का डिजिटलीकरण और डी.एन.ए. का संरक्षण इस संग्रहालय में किया जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि पश्चिमी भारत में वन्य प्राणियों की कौन-कौन सी प्रजातियां लुप्त होने की कगार पर हैं। इनके संरक्षण व संवद्र्धन की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

इंस्टीच्यूट के रूप में भी कार्य करेगा संग्रहालय

इस संग्रहालय में देशभर में अब तक पश्चिमी हिमालय में मौजूद वन्य प्राणी संपदा पर किए गए शोध को रखा जाएगा। अभी तक इस दिशा में काफी कार्य किया गया है लेकिन ऐसा कोई संग्रहालय न होने के कारण हिमालय की प्राणी संपदा का ज्ञान देश में इधर-उधर बिखरा पड़ा है। अब तक के शोध कार्यों का यहां पूरा रिकार्ड रखा जाएगा।  
 

kirti