कर चोरी व जी.एस.टी. धोखाधड़ी के मामलों में 170 प्रतिशत की वृद्धि

punjabkesari.in Tuesday, Apr 12, 2022 - 11:52 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): वित्त वर्ष 2021-22 में कर चोरी व जी.एस.टी. धोखाधड़ी के गंभीर मामलों में दक्षिण प्रवर्तन क्षेत्र, परवाणु ने गत वर्ष की अपेक्षा 170 प्रतिशत ज्यादा की वृद्धि दर्ज की है। दक्षिण प्रवर्तन क्षेत्र परवाणु ने जी.एस.टी. अधिनियम, 2017 व अन्य अधिनियमों के तहत 30,25,19,763 रुपए की वसूली की है जो कि गत वर्ष 2020-21 के 11,22,05,075 रुपए से 19,03,14,688 रुपए यानी 170 प्रतिशत ज्यादा है। जी.एस.टी. के तहत पकड़े गए इन केसों में जी.एस.टी. धोखाधड़ी, ई-वे बिल कर चोरी के मामले शामिल हैं। इसमें सामान्य रिटर्न डिफाल्टर का राजस्व शामिल नहीं है। संयुक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी दक्षिण प्रवर्तन क्षेत्र परवाणु जी.डी. ठाकुर ने बताया कि रिटर्न डिफाल्टर जो कि प्राय: कर चोरी के मामले होते हैं, उन पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी जिला व स्थानीय कर अधिकारियों की होती है। इसके अतिरिक्त 1 करोड़ से कम राशि के कर व जुर्माने के 3 मामलों में भी अंतिम आदेश पारित किए गए जिसमें से 1,78,61,514 रुपए का सरकारी राजस्व शामिल है। इस प्रकार वर्ष 2021-22 में कुल 11 मामले जिनमें नियमानुसार अंतिम आदेश पारित किए गए और सरकारी राजस्व 41,98,48,415 रुपए अतिरिक्त मांग के रूप में जुटाए गए।

 उन्होंने बताया कि जी.एस.टी. के तहत धोखाधड़ी कर चोरी के मामलों में 184 प्रतिशत आय में अधिक वसूली दर्ज की गई है तथा जी.एस.टी. के अतिरिक्त अन्य अधिनियमों के तहत गत वर्ष में 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त जी.एस.टी./वैट/ए.जी.टी. के अन्य धोखाघडी के मामलों में नियमानुसार कार्रवाई कर 41,98,48,415 रुपए के अंतिम आदेश पारित किए गए। चालू वर्ष में दक्षिण प्रवर्तन क्षेत्र  द्वारा विभिन्न मामलों के निष्पादन व आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 में वर्ष 2021-22 में एकत्रित 30,25,19,763 रुपए के राजस्व वसूली से अधिक राजस्व वसूली के लक्ष्य को प्राप्त करने की रूपरेखा तैयार की गई है।


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Content Writer

Kuldeep

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