बच्चों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज

punjabkesari.in Monday, May 30, 2022 - 08:03 PM (IST)

सोलन (पाल): देश में 2 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगेगी। अभी वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल होना है। सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया ने 2 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को कोववैक्स वैक्सीन की बूस्टर डोज के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से अनुमति मांगी हुई है। यह बात अलग है कि देश में 12 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को ही वैक्सीन लग रही है। यही नहीं हैदराबाद की भारत बायोटैक कंपनी ने भी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोवैक्सीन की बूस्टर डोज की दूसरे व तीसरे चरण की स्टडी के लिए अनुमति मांगी हुई है।

वैक्सीन निर्माता कंपनियों ने 2 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन तैयार कर ली है लेकिन इसके आपातकाल में इस्तेमाल के लिए अभी केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन से मंजूरी नहीं मिली है। इससे पूर्व 5 से 11 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन की मंजूरी मिल चुकी है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने यह मंजूरी दी थी। भारत बायोटैक की कोवैक्सीन को आपातकाल में इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कुछ शर्तों के साथ 6 से 11 साल के आयु वर्ग के लिए भारत बायोटैक की कोवैक्सीन को प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग देने की सिफारिश की है। इससे पहले सरकार ने विषय विशेषज्ञ समिति हैदराबाद की बायोलॉजिकल ई की कोर्बेवैक्स वैक्सीन को 5 से 11 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की अनुमति प्रदान की थी और मंजूरी के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया को भेज दिया है। इसी बीच ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कोवैक्सीन को मंजूरी प्रदान कर दी थी। 

अप्रैल माह में डी.सी.जी.आई. की विषय विशेषज्ञ समिति (एस.ई.एस.) ने स्कूलों में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए 6 से 12 साल के बच्चों के लिए भारत बायोटैक की कोवैक्सीन की सिफारिश की थी। विदित रहे कि देश में 12 से 17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण में कोवोवैक्स वैक्सीन का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। 9 मार्च को ही इसके आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी मिली थी। 16 मार्च से 12 से 14 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण अभियान शुरू हो गया था। देश में 15 से 17 साल के किशोरों का टीकाकरण करने के लिए भारत बायोटैक की कोवैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। मजेदार बात यह है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 28 दिसम्बर को वयस्कों के लिए कोवोवैक्स वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दी थी। इसे अभी तक देश के टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं किया गया है। यदि देश में 7 से 11 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होता है तो कोवोवैक्स वैक्सीन को इसमें शामिल करने की योजना है। हालांकि इस वैक्सीन का इस्तेमाल 12 से 17 वर्ष आयु वर्ग पर किया जा रहा है। सी.डी.एल. कसौली से इसके सैंपल पास होने के बाद इस वैक्सीन के 12 से 17 वर्ष आयु वर्ग के करीब 2500 बच्चों व किशोरों पर दो बार ट्रायल किए गए थे। इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। इसके बाद ही विषय विशेषज्ञ समिति ने आपातकाल में इसके इस्तेमाल की मंजूरी प्रदान की थी। कोवोवैक्स वैक्सीन को नोवोवैक्स से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण द्वारा बनाया गया है।

सी.डी.एस.सी.ओ. ने दिसम्बर में वयस्कों के लिए कोवोवैक्स वैक्सीन और कोर्बेवैक्स को आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी थी। सबसे बड़ी बात यह है कोर्बोवैक्स वैक्सीन भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित आर.बी.डी. प्रोटीन सब यूनिट वैक्सीन है। इसे हैदराबाद की बायोलॉजिकल- ई द्वारा बनाया गया है। भारत में विकसित यह तीसरी वैक्सीन थी। इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपात स्थिति में इस्तेमाल करने की पहले ही मंजूरी प्रदान कर दी थी।

सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने 21 फरवरी को डी.सी.जी.आई. को एक आवेदन दिया था जिसमें 12 से 17 आयु वर्ग के लिए कोवोवैक्स के लिए मंजूरी मांगी गई थी जो 9 मार्च को मिल गई थी। अब 6 से 11 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोवैक्सीन की मंजूरी मिल गई है, जल्द ही देश में इस आयु वर्ग के लिए भी टीकाकरण अभियान शुरू होगा। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है। 


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Kuldeep

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