देश में 42 कैंसर रोधी दवाएं 90 फीसदी तक हुईं सस्ती

Monday, Nov 16, 2020 - 05:02 PM (IST)

सोलन (पाल): राष्ट्रीय औषध मूल्य प्राधिकरण (एन.पी.पी.ए.) के कैंसर रोधी दवाओं की कीमतों को कम करने के लिए किए गए प्रयासों के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। देश में कैंसर की 42 दवाओं के दाम 90 फीसदी तक कम हुए हैं, जिससे रोगियों की करीब 984 करोड़ रुपए की बचत होगी। इनमें बिरलोटिब ब्रांड के अंतर्गत निर्मित 150 एम.जी. की एरलोटिनिब दवा की कीमत 9,999 रुपए से घटकर 891.79 रुपए हो गई है, जो 91.08 प्रतिशत है। इसी तरह से 500 एम.जी. पिमेट्रक्सड इंजैक्शन की कीमत 25,400 रुपए से घटकर 2,509 रुपए हो गई है। इसकी कीमत में 90 फीसदी की गिरावट आई है। देश में 20,000 रुपए से अधिक कीमत वाली चिन्हित की गईं 124 दवाइयों में से अब तक 62 में ही बदलाव किए हैं।

विदित रहे कि एन.पी.पी.ए. ने 42 कैंसर रोधी दवाओं की कीमतों को कम करने के लिए पायलट परियोजना शुरू की थी। इसका उद्देश्य कैंसर से पीड़ित मरीजों को सस्ती दर पर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाना था। एन.पी.पी.ए. द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार 526 ब्रांड की 42 कैंसर दवाओं की कीमतों में 90 फीसदी तक की कमी आई है। इस पायलट योजना के क्रियान्वयन से 984 करोड़ रुपए की बचत होगी। इससे कैंसर रोगियों को अपना इलाज करवाने में सुविधा होगी। पैसे की कमी के कारण कैंसर रोगी अपना इलाज करवाने में असमर्थ हैं। यही कारण है कि दुनिया में लंबी बीमारी से होने वाली मौतों में कैंसर सबसे प्रमुख रोगों में से एक है।

एन.पी.पी.ए. की मानें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सबसे ज्यादा मौतों के मामले में कैंसर विश्व में दूसरे स्थान पर है। वर्ष 2018 में विश्व में तकरीबन 18 मिलियन कैंसर के मामले सामने आए थे, जिनमें से 1.5 मिलियन मामले अकेले भारत में थे। 2018 में ही कैंसर के चलते होने वाली 9.5 मिलियन मौतों की तुलना में भारत में 0.8 मिलियन मौतें हुई थीं। भारत में वर्ष 2040 तक नए रोगियों की संख्या दोगुनी होने की आशंका जताई जा रही है।

एन.पी.पी.ए. के सहायक निदेशक प्रसन्नजीत दास ने बताया कि फरवरी 2019 में कैंसर रोधी दवाओं की कीमतों को कम करने के लिए शुरू की गई परियोजना से कई दवाओं के दाम 90 फीसदी तक कम हुए हैं। आने वाले दिनों में कई और दवाओं के दाम कम हो सकते हैं।

Kuldeep