समाजसेवी संस्थाओं ने प्रदेश सरकार से श्रावण मेला के दौरान लंगर लगाने की मांगी अनुमति

Tuesday, Aug 03, 2021 - 12:30 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश गौतम) : हिमाचल प्रदेश के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रावण अष्टमी नवरात्रा 9 अगस्त से शुरू हो रहे हैं। इन नवरात्रों के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं, लेकिन इस बार पंजाब के समाजसेवी संस्थाओं ने हिमाचल प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु उन्हें श्री नैना देवी में लंगर लगाने की अनुमति प्रदान की जाए। लंगर कमेटियों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश सरकार के द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक कोविड-19 महामारी के सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए यह लंगर लगाए जाएंगे और इनमें श्रद्धालुओं को चलते फिरते खाने और पीने का पानी दिया जाएगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि उनका पूरा स्टाफ कोविड टेस्ट करवाकर आएगा और दस्ताने पहनकर मास्क लगाकर सैनिटाइजर्स करके खान-पान का समान श्रद्धालुओं को बांटा जाएगा, ताकि कोई भी माता के दरबार से भूखा प्यासा ना लौटे। समाज सेवी संस्था लंगर कमेटियों के प्रतिनिधि रमन सिंगला, और अश्विनी सिंगला, सुनील हैपी, डॉक्टर सतपाल अग्रवाल, मुरारी लाल ने पत्रकारों को बताया कि लंगर कमेटी लंगर पूरी तरह से स्वच्छ और साफ सुथरा प्रोसेगे और कोविड-19 का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि वह हमेशा ही प्रशासन और पुलिस के निर्देश अनुसार सेवा करते आए हैं इस बार भी ऐसा ही होगा। उनके पास खुली जगह है जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के बीच लंगर बांटा जा सकता है तो उन जगहों पर उन्हें अनुमति प्रदान की जाए। श्रद्धालुओं माता के दरबार में खानपान के लिए परेशान ना हो क्योंकि जितने भी श्रद्धालु इस श्रावण नवरात्रों में दर्शनों के लिए आते है, वह सारा गरीब तबके का श्रद्धालु है और उन्हें खानपान के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। इसीलिए लंगर कमेटियों के द्वारा हर वर्ष श्रावण मेला के दौरान लंगरों की व्यवस्था की जाती है, जिसके चलते इस बार भी हिमाचल प्रदेश सरकार और प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि उन्हें अनुमति प्रदान की जाए ताकि ये पर पुण्य का कार्य चलता रहे। 
 

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prashant sharma