...तो हड़ताल पर जाएंगे डलहौजी नगर परिषद के कर्मचारी

Thursday, Apr 13, 2017 - 02:48 PM (IST)

डलहौजी: नगर परिषद डलहौजी के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। अगर मुख्यमंत्री के दौरे से पहले 2 माह का वेतनमान मिल गया तो हड़ताल टल सकती है वरना कर्मचारी ज्यादा इंतजार करने के मूड में नहीं हैं। परिषद सूत्रों के मुताबिक कर्मचारियों को 3 माह से वेतन नहीं मिल रहा था, जिससे उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। मगर मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे में कोई खलल न हो, परिषद ने किसी न किसी तरह एक माह का वेतनमान देकर मामला शांत करने की कोशिश की है। 


कर्मचारी किसी भी वक्त बंद कर सकते हैं काम
उनके दौरे के बाद कर्मचारी किसी भी वक्त काम बंद कर सकते हैं। लिहाजा सरकार से सालाना 1.14 करोड़ रुपए की अनुदान राशि मिली, उससे विकास करवाना तो दूर कर्मचारियों का वेतन भी पूरा नहीं हो रहा है। नगर परिषद ने विभिन्न आय के स्त्रोतों से 1.20 करोड़ जुटाए जबकि 1.14 करोड़ रुपए अनुदान के रूप में मिले। 2016-17 में कुल मिलाकर नगर परिषद के पास 2.34 करोड़ रुपए आए, जिनमें से 2.20 करोड़ रुपए तो वेतनमान पर खर्च हो रहे हैं। बहरहाल विकास की बात तो दूर, आज के महंगाई के दौर में अगर कर्मचारियों को 3-3 माह तक वेतन न मिले तो संबंधित परिवार की परेशानी समझी जा सकती है।


यह है तंगहाली की वजह 
परिषद ने कई सालों से गृहकर और किराए नहीं बढ़ाए हैं। अगर वक्त के मुताबिक किराए और गृह कर में बढ़ौतरी होती रहे तो नगर परिषद अपने पैरों पर खड़ी हो सकती है। ऐसी स्थिति में सरकारी अनुदान पर निर्भर नहीं रहना पड़ सकता है। 


सरकारी अनुदान ऊंट के मुंह में जीरा
नगर परिषद को राज्य सरकार से 7,000 की आबादी के हिसाब से अनुदान मिलता है जबकि वर्तमान में पर्यटकों के आवागमन को जोड़ा जाए तो आबादी 50,000 से भी ज्यादा बनती है।