Watch Video: तो जयराम ठाकुर ने इसलिए दी अपनी मूछों की कुर्बानी!

Saturday, Dec 23, 2017 - 10:58 AM (IST)

शिमला: हिमाचल की राजनीति में क्या मूंछ वाले नेता सीएम की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाते। जयराम ठाकुर का नया लुक सामने अाने के बाद ये बात एक बार फिर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। सवाल उठ रहा है कि जयराम ने हिमाचल की गद्दी तक पहुंचने के लिए मूंछों की कुर्बानी दी। सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे जयराम ठाकुर इन दिनों क्लीन शेव दिख रहे हैं। कभी उनकी मूंछे पूरी तरह से गायब हो जाती हैं तो कभी वो हल्की मूंछें रखते हैं। मूंछें गायब होते ही जयराम का सितारा चमक उठा है। तमाम अड़चनों को पार करने के बाद अब ये करीब-करीब तय हो गया है कि बीजेपी के राम हिमाचल का ताज पहनेंगे। ऐसे में क्या वाकई हिमाचल का सीएम और मूंछों के बीच कोई रिश्ता है। 

कहानी यहीं खत्म नहीं होती
चलिए इतिहास की बात करते हैं और शुरू करते हैं हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डॉ वाईएस परमार से। सबसे पहले डॉक्टर वाई.एस. परमार मुख्यमंत्री बने, जो कि क्लीव शेव थे। उनके बाद आए ठाकुर राम लाल की भी मूंछें नहीं थी। इसके बाद सीएम बने वीरभद्र सिंह, शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल भी बिना मूंछ के थे। अब तक बिना मूंछ वाला ही हिमाचल प्रदेश का सीएम रहा है, तो क्या इसे संयोग कहा जाए या फिर नेताओं का अंधविश्वास। मगर कहानी यहीं खत्म नहीं होती। प्रदेश की आने वाले राजनीति में दो बड़े नेता जेपी नड्डा और सांसद अनुराग ठाकुर दोनों ही मूंछे रखते हैं। ऐसे में सवाल ये है कि मूंछें इन नेताओं का कुर्सी तक का रास्ता रोक देंगी या फिर नया इतिहास लिखा जाएगा।