बर्फीली पहाड़ियों और 3 दर्रों को पार करते हुए यहां पहुंचे सेना के जांबाज

Saturday, Jul 01, 2017 - 11:19 AM (IST)

कुल्लूृ: भारतीय थल सेना की 133 मीडियम रैजिमैंट अवेरी-निरमंड के अधिकारियों व जवानों की 13 सदस्यीय टीम अपने 7 दिवसीय ट्रैकिंग अभियान के दौरान शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति की कई बर्फीली चोटियों, ग्लेशियरों और 3 ऊंचे दर्रों को पार करते हुए वीरवार देर शाम नग्गर पहुंची। कर्नल एस.एस. शर्मा के नेतृत्व में इस दल में मेजर राहुल यादव, नायब सूबेदार रेजी के.एम. और 10 जवान भी शामिल रहे। कर्नल शर्मा ने बताया कि 21 व 22 जून को स्पीति घाटी के दूरस्थ गांव लोसर में मैडीकल जांच व सहायता शिविर लगाने के बाद उनका दल 23 जून को बहुत ही चुनौतीपूर्ण अभियान पर निकला था। 


बर्फ से ढकी पहाड़ियों व दर्रों पर ही बिताईं 4 रातें
इस दल ने काजा-ग्रांफू मार्ग पर छोटा दड़ा के बेस कैंप में पहली रात बिताई। दूसरी शाम को वे सारा उमगा दर्रे पर पहुंचे। कुत्ता थाच, निमल पास, मलाणा ग्लेशियर और चंद्रखणी दर्रा पर भी रातें गुजारने के बाद 29 जून की रात को यह दल कुल्लू जिला के नग्गर गांव में पहुंचा। कर्नल शर्मा ने बताया कि यह अभियान बहुत ही कठिन था और इस दल ने अपने अभियान के दौरान 4 रातें बर्फ से ढकी पहाड़ियों व दर्रों पर ही बिताईं।