रोहतांग दर्रा सहित लाहौल-स्पीति की चोटियों पर गिरे बर्फ के फाहे

Friday, Nov 01, 2019 - 06:56 PM (IST)

मनाली (सोनू): मौसम के करवट बदलते ही कुल्लू-मनाली सहित लाहौल-स्पीति की ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। बारालाचा, शिंकुला दर्रे व कुंजुम जोत सहित समस्त ऊंची चोटियों में बर्फ  की परत बिछ गई है। पहाड़ों पर बर्फ के फाहे गिरने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मनाली और केलांग में मौसम ठंडा हो गया है। हालांकि मनाली-लेह, मनाली-दारचा-जांस्कर व मनाली-काजा मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है लेकिन मौसम के हालात ऐसे ही रहे तो इन मार्गों पर वाहनों की रफ्तार कभी भी थम सकती है।

शुक्रवार को मनाली से दर्जनों स्थानीय वाहनों ने रोहतांग, बारालाचा व शिंकुला जोत पार कर लेह व जांस्कर का रुख किया। छिटपुट वाहन काजा के लिए भी रवाना हुए हैं। हालांकि चंद्रताल झील को सैलानियों के लिए बंद कर देने के बाद सैलानियों की आवाजाही घटी है। रोहतांग की ऊंची चोटियों पर भी बुधवार रात को बर्फ  के फाहे गिरे हैं। धुंधी जोत, मकरबेद, शिकरबेद, हनुमान टिब्बा, इंद्र किला, चंद्रखणी, भृगु व दशौहर की पहाड़ियों पर रात को हल्की बर्फबारी हुई है। यही नहीं, रोहतांग के उस पार बारालाचा, शिंकुला जोत, कुंजुम दर्रा, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ  केलांग व नीलकंठ की पहाडिय़ों सहित समस्त ऊंची चोटियों पर भी बर्फ के फाहे गिरे हैं।

उधर, सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग सहित तांदी-संसारी मार्ग बहाल रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊंची चोटियों पर वीरवार रात हल्की बर्फबारी हुई है लेकिन सभी दर्रों पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है। जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि पहाड़ों पर बर्फबारी होने से पर्यटन कारोबार में बढ़ौतरी की उम्मीद जगी है।

Vijay