बर्फबारी बनी मुसीबत, कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाई गर्भवती महिला

Sunday, Jan 13, 2019 - 09:01 PM (IST)

कुल्लू: गुशैणी की तीर्थन घाटी में बर्फबारी लोगों के लिए भयंकर मुसीबत बन गई है। नाही गांव में लोगों ने भयंकर बर्फबारी के बीच एक गर्भवती महिला को कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों ने पहले कुछ देर सोचा और फिर फैसला लिया कि महिला को कंधों पर जैसे-तैसे अस्पताल पहुंचाया जाए। प्रसव पीड़ा से तड़प रही भक्ति देवी के लिए ग्रामीण आगे न आते तो कोई अनहोनी भी हो सकती थी। ऐसे तो 4 लोग महिला को कंधों पर अस्पताल पहुंचा सकते थे लेकिन बर्फबारी के कारण पगडंडी के रास्ते पर फिसलन बढऩे से 8-10 लोगों को इस कार्य को अंजाम देना पड़ा।

2 डंडों में कुर्सी को बांधकर बनाई पालकी

2 डंडों में कुर्सी को बांधकर इसे पालकी का रूप दे दिया गया और उसके बाद इसे लोगों ने कंधों पर उठाया। बर्फबारी के बीच पालकी को उठाने वालों की जान भी जोखिम में ही रही लेकिन लोगों ने सकुशल महिला को अस्पताल तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। तीर्थन घाटी की ग्राम पंचायत नोहांडा कहने को तो विश्व धरोहर ग्रेट हिमालयन नैशनल पार्क का प्रवेश द्वार है लेकिन यहां लोगों की मुश्किलें काफी ज्यादा हैं।

नाही गांव से 20 किलोमीटर दूर है बंजार अस्पताल

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि नाही गांव से गुशैणी पी.एच.सी. करीब 12 किलोमीटर दूर है जहां अक्सर डाक्टरों की कमी रहती है, ऐसे में मजबूरन उन्हें 20 किलोमीटर दूर बंजार अस्पताल पहुंचना पड़ता है। नाही गांव अब तक सड़क सुविधा से नहीं जुड़ पाया है जबकि गांव से मुख्य सड़क तक पहुंचने के लिए करीब डेढ़ घंटे का पैदल सफर तय करना पड़ता है, ऐसे में बीमारी की हालत में मरीज को सड़क तक पहुंचाना गांव के लोगों के आगे एक चुनौती रहती है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्या के समाधान के लिए आज तक आश्वासनों के सिवा कुछ नहीं मिल पाया है।

क्या कहते हैं बंजार के विधायक

बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी का कहना है कि नौहांडा के लिए गुशैणी के नगलाड़ी नाला से सड़क बननी है। इस सड़क निर्माण से संबंधित तमाम औपचारिकताएं लगभग पूरी हो गई हैं। इसकी एफ.सी.ए. से संबंधित फाइल भी जल्द निपटाई जाएगी। 6 महीने के भीतर इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।

Vijay