मौसम ने बदली करवट, बारालाचा सहित रोहतांग की ऊंची चोटियों पर हिमपात

Thursday, Jul 26, 2018 - 08:45 PM (IST)

मनाली: कुल्लू-मनाली सहित लाहौल-स्पीति में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश का क्रम जारी है। मौसम के करवट बदलते ही ऊंची चोटियों में बर्फ  के फाहे गिरने का क्रम भी शुरू हो गया है। बर्फ के फाहे गिरने से तापमान में भी गिरावट आ गई है। मनाली और केलांग में मौसम ठंडा हो गया है। हालांकि मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है लेकिन जिंगजिंगबार में दलदल से वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मनाली-लेह मार्ग पर लगातार बारिश होने से जोखिम बढ़ा है। मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू चल रही है लेकिन जगह-जगह पत्थर व मलबा गिर रहा है जिस कारण राहगीरों की परेशानियां बढ़ी हैं।


मनाली-कुल्लू मार्ग पर भी जोखिम बढ़ा
बारिश से मनाली-कुल्लू मार्ग पर भी जोखिम बढ़ा है। बिंदू ढोग में सड़क की हालत और खस्ता हो गई है। इस प्वाइंट पर सड़क बार-बार अवरुद्ध हो रही है। रांगड़ी, बाणू पुल, आलू ग्राऊंड, क्लाथ, बिंदू ढोग, 17 मील, 16 मील और 15 मील के पास पत्थर गिरने से दिक्कतें बढ़ी हैं। 14 हजार से अधिक ऊंचाई वाली पहाडिय़ां बर्फ  के फाहों से सराबोर हुई हैं। मनाली की ओर से रोहतांग की ऊंची चोटियों में भी बर्फ  के फाहे गिरे हैं। धुंधी जोत, मकरबेद-शिकरबेद, हनुमान टिब्बा, इंद्र किला, चंद्रखणी, भृगु व दशौहर की पहाडिय़ों सहित समस्त ऊंची चोटियों में बर्फ  के फाहे गिर रहे हैं।


ऊंची पहाडिय़ों पर बर्फबारी होने से ठंड बढ़ी
रोहतांग दर्रे में बर्फबारी न होने से वाहनों की आवाजाही सुचारू चल रही है लेकिन ऊंची पहाडिय़ों पर बर्फबारी होने से ठंड बढ़ गई है। रोहतांग के उस पार बारालाचा, शिंकुला जोत, कुंजंम जोत, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर, लेडी ऑफ  केलांग व नील कंठ की पहाडिय़ों सहित समस्त ऊंची चोटियों में बर्फ  के फाहे गिर रहे हैं। सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल ए.के. अवस्थी ने बताया कि मनाली-लेह मार्ग सहित मनाली-काजा और तांदी-संसारी मार्ग को बहाल रखने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऊंची चोटियों में बर्फबारी होने से ठंड बढ़ी है।

Vijay