लाहौल-स्पीति में स्नो फैस्टिवल के साथ विंटर टूरिज्म का आगाज (Watch Pics)

Wednesday, Jan 27, 2021 - 06:17 PM (IST)

लाहौल (पुरुषोत्तम): शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति में सोमवार को स्नो फैस्टिवल का आगाज हो गया। 2 महीने तक चलने वाले इस महा उत्सव का तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वर्चुअली लाहौल-स्पीति के लोगों को स्नो फैस्टिवल व महा उत्सव की बधाई दी।

अपने संबोधन में सीएम ने कहा कि अटल टनल शीत मरुस्थल लाहौल सहित पांगी-किलाड़ घाटी के लिए वरदान साबित होगी और स्नो फैस्टिवल से घाटी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि विंटर स्पोट्र्स को बढ़ावा देने के हरसम्भव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि स्नो फेस्टिवल के अंतर्गत मनाए जा रहे महा उत्सव से सभी जनजातीय उत्सवों को एक साथ जोड़ा जा रहा है ताकि घाटी की संस्कृति, पहनावा, खान-पान और इतिहास को राष्ट्रव्यापी पहचान मिल सके जो पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होंगे।

वहीं स्नो फैस्टिवल का विधिवत शुभारंभ करने के बाद तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्व मानचित्र पर जिला लाहौल-स्पीति विशेष स्थान रखता है। वहीं सभ्यताएं समृद्ध होती हैं, जो अपने रीति-रिवाजों और संस्कृति का संरक्षण कर युवा पीढिय़ों को इससे परिचित करवाती हैं इसलिए संस्कृति का संरक्षण व संवद्र्धन करना जरूरी है। संस्कृति के सरक्षण व संवद्र्धन के साथ विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्नो फैस्टिवल का आयोजन किया है।

उधर, डीसी लाहौल-स्पीति पंकज रॉय ने कहा कि लाहौल-स्पीति की कबायली कला-संस्कृति व घाटी में मनाए जाने वाले उत्सवों को एक ही पटल के माध्यम से विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समर सीजन को लेकर प्रशासन प्लान बनाने में जुट गया है। मार्च के बाद घाटी में उमडऩे वाले पर्यटकों के सैलाब को योजनाबद्ध तरीके से सुविधा प्रदान की जाएगी।

Vijay