SMC कमेटी ने पेश की मिसाल, चंदा इकट्ठा कर खरीदी 8 विस्वा जमीन पर बनेगी साइंस लैब

Friday, Sep 13, 2019 - 04:23 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : किसी ने सच ही कहा कि अगर इंसान कुछ करने की ठान ले तो वह अपनी मंजिल पा लेता है। चाहे फिर कितनी भी कठिनाईयां आए यह कहावत कुल्लू जिला के काईस स्कूल की एसएमसी कमेटी पर स्टीक बैठती है। काईस स्कूल की एसएमसी कमेटी ने पूरे प्रदेश के लिए एक मिसाल पेश की है। एसएमसी कमेटी ने स्थानीय लोगों व अभिभावकों के सहयोग से 16 लाख का चंदा इकट्ठा कर 8 विस्वा भूमि खरीद कर शिक्षा विभाग के नाम की।जिसके बाद काईस बरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 8 विस्वा भूमि पर सरकार 1 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत से विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण कर रही है जिसकी आधारशिला वन, परिवहन, युवा सेवा एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रखी। कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भी इसके लिए एसएमसी कमेटी व स्थानीय जनता का आभार जताया।

उन्होंने कहा कि सेऊबाग, गाहर, काईस, तंदला, कोटधार, सोयल कराड़सू क्षेत्र व एसएमसी कमेटी ने पूरे प्रदेश के लिए संदेश दिया है कि जहां पर शिक्षण संस्थान के भवन बनाने के लिए सरकारी भूमि नहीं थी पर् जिसके लिए यहां के लोगों ने मिलकर 16 लाख रुपए इक्कठा कर जमीन खरीद कर शिक्षा विभाग के नाम की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकायात्मक योजनाओं के लिए जनता को सहयोग करना चाहिए। जिस तरह यहां के लोगों ने सहयोग किया।

एसएमसी कमेटी के पूर्व अध्यक्ष देव राज नेगी ने बताया कि काईस स्कूल में विज्ञान प्रयोगशाला भवन निर्माण के लिए सरकारी भूमि नहीं थी जिससे यहां के स्थानीय लोगों व अभिभावकों, अध्यापकों व मित्रों के अंशदान से करीब 16 लाख रुपए इक्कठा किए जिसमें सबसे ज्यादा काईस पंचायत के पूर्व प्रधान होतम सिंह पठानिया ने डेढ लाख रुपए व अन्य 22 लोगों से 5 लाख रुपए इक्कठे किए इसके इलावा अभिभावकों से 3 लाख रुपए व अध्यापकों,मित्रों से 8 लाख् रुपए और इक्कठा किए।

उन्होंने कहा कि यहां के स्थानीय निवासी कौल राम ठाकुर ने 2 लाख रुपए प्रति विस्वा भूमि के हिसाव से 8 विस्वा भूमि 16 लाख रूपये में दी। उन्होंने कहा कि 16 लाख रुपए से 8 विस्वा भूमि की पिछले वर्ष शिक्षा विभाग के नाम रजिष्ट्री की।उन्होंने कहा कि इस स्कूल में विज्ञान प्रयोगशाला बनने से यहां के दर्जनों गांव के छात्रों को सुविधा मिलेगी। जिससे यहां के बच्चें साईटिस्ट बनकर देश की सेवा करेंगे।उन्होंने कहा कि यहां के बच्चों को विज्ञान की प्रयोगशाला की कक्षाए लगाने के लिए 8 किलोमीटर दूर जान पड़ता था जिस कारण छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने कहाकि एक साल में यहां भवन बनकर तैयार होगा और यहां के स्थानीय होनहार छात्रों को घरद्वार पर विज्ञान प्रयोगशाला में सुविधा मिलेगी। जिससे साईस बिषय के छात्रों में बढ़ोतरी होगी।

Edited By

Simpy Khanna